समस्तीपुर में तेजस्वी की हुंकार, कहा- वोट देकर मौका दीजिए, कभी अपराध से समझौता नहीं करेंगे, बिहार आगे बढ़ेगा
 
                समस्तीपुर। समस्तीपुर के सरायरंजन में महागठबंधन के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने चुनावी सभा के दौरान अपनी बातों को जोरदार अंदाज़ में रखा। इस सभा में उनके साथ विकासशील इंसान पार्टी के नेता मुकेश सहनी भी मौजूद थे। दोनों नेताओं ने जनता से महागठबंधन के पक्ष में मतदान करने की अपील की और एनडीए सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। तेजस्वी ने कहा कि बिहार को अब बदलाव की आवश्यकता है और यह बदलाव जनता के हाथों से ही संभव है। उन्होंने उपस्थित भीड़ को संबोधित करते हुए बताया कि इस बार जनता की आवाज़ पहले से अधिक मज़बूत है और यह शक्ति बिहार के भविष्य को नया स्वरूप दे सकती है।
सभा का माहौल
सभा के दौरान बारिश हो रही थी, जिस पर तेजस्वी ने कहा कि यह मौसम उनके पक्ष में संकेत दे रहा है। उन्होंने इसे ईश्वर का आशीर्वाद बताया और कहा कि परिवर्तन के समय प्रकृति भी साथ देती है। तेजस्वी ने बताया कि 2020 के विधानसभा चुनाव में अरविंद सहनी की जीत को “बेईमानी से छीना गया” था, लेकिन जनता इस बार पहले से अधिक जागरूक है और उम्मीद है कि चुनाव में फिर कोई अनियमितता नहीं होगी।
बेरोजगारी और पलायन का मुद्दा
अपने भाषण में तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी को बिहार का सबसे बड़ा संकट बताया। उन्होंने कहा कि सरायरंजन के लोगों ने एनडीए को सांसद, विधायक और राज्य में सरकार तक दी, लेकिन क्षेत्र में न तो स्कूलों का विस्तार हुआ, न विश्वविद्यालय स्थापित हुए और न ही उद्योग-प्लांट खुले। यहां के लोग आज भी रोज़गार के लिए पंजाब, दिल्ली और गुजरात जैसे राज्यों में पलायन कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासनिक तंत्र में फैले भ्रष्टाचार का भी ज़िक्र किया और कहा कि थाना और ब्लॉक स्तर पर बिना रिश्वत के कोई काम नहीं होता। तेजस्वी ने वादा किया कि यदि उन्हें सरकार बनाने का मौका मिलता है, तो “हर हाथ को काम” देने की व्यवस्था की जाएगी।
अपराध और कानून व्यवस्था
तेजस्वी ने कहा कि उनकी छवि को लोग अच्छी तरह जानते हैं, और वे कभी अपराध और अपराधियों से समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि चाहे अपराधी उनका अपना ही क्यों न हो, जेल भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था को सबसे अधिक सख्ती से लागू किया जाएगा और आम आदमी को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने यहां तक कह दिया कि यदि उनकी छाया भी अपराध करती पाई जाएगी, तो उसे भी सज़ा मिलेगी।
सरकारी नौकरी का वादा
तेजस्वी के सबसे अहम वादों में एक यह रहा कि जिन परिवारों में कोई भी सरकारी नौकरी नहीं है, उनकी सरकार बनने पर उस परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि उनकी उम्र चाहे कम हो, लेकिन सोच और संकल्प मज़बूत हैं। उनका दावा है कि वे युवाओं के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए ठोस कदम उठाएंगे।
एनडीए पर आरोप
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि एनडीए सरकार सिर्फ उनकी योजनाओं की नकल करती है। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जब उन्होंने वृद्धजनों की पेंशन राशि बढ़ाने की बात कही, तो एनडीए ने अचानक राशि बढ़ाकर 1100 रुपए कर दी। उन्होंने कहा कि उन्होंने 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने की बात कही, तो एनडीए ने 125 यूनिट फ्री कर दी। उन्होंने इसे संकेत बताया कि सरकार के पास अपनी कोई दूरगामी नीति नहीं है।
नीतीश कुमार अब पहले जैसे सक्रिय नहीं रहे: सहनी
सभा में मुकेश सहनी ने भी तेजस्वी की बातों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि बिहार में 20 साल से सरकार चलाने वाले नीतीश कुमार अब पहले जैसे सक्रिय नहीं रहे। सहनी ने कहा कि बिहार की सरकार अब दिल्ली से संचालित हो रही है और यह स्थिति बिहार के विकास के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने जनता से अपील की कि बिहार के युवाओं को आगे बढ़ाने का मौका दें, क्योंकि बाहर के राज्यों में जाकर मजदूरी करना बिहार की पहचान नहीं बनना चाहिए। अंत में दोनों नेताओं ने जनता से आग्रह किया कि वे इस चुनाव में बदलाव के लिए मतदान करें और राज्य के लिए एक नई दिशा चुनें, जिसमें बेरोजगारी कम हो, अपराध घटे और विकास की नई संभावनाएँ खुले।



 
                                             
                                             
                                             
                                        