10 लाख नौकरी के वादे का क्या हुआ तेजस्वी जी, पीके ने कहा- कलम टूट गई या स्याही सूख गई?

पटना। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर महागठबंधन सरकार पर निशान साधा है। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को उनके वादे की एक बार फिर से याद दिलाई है। उन्होंने कहा कि पहली कैबिनेट में 10 लाख नौकरी का वादा करने वाले तेजस्वी की कलम टूट गई या फिर उनके कलम की स्याही सूख गई है, जो वादा अभी तक पूरा नहीं हुआ। पहली कैबिनेट में एक सिग्नेचर से 10 लाख नौकरी देने की बात करना बताता है कि तेजस्वी कितने बड़े अज्ञानी हैं। दरअसल, पीके जन सुराज यात्रा के तहत पूरे बिहार का भ्रमण कर रहे थे। इसके साथ ही प्रशांत किशोर केंद्र की भाजपा सरकार के साथ-साथ लालू-नीतीश व तेजस्वी पर लगातार हमले बोल रहे हैं। वही इस बार उनके निशाने पर तेजस्वी रहे। बता दे की पीके 10 लाख नौकरी देने के वादे को लेकर तेजस्वी यादव को घेरा है। उन्होंने कहा कि अगर तेजस्वी 10 लाख नौकरी देने का दावा करते हैं, तो कैबिनेट में साइन करके कैसे दे देंगे। आगे पीके ने कहा कि बिहार में उनके बाबूजी का कोई राजतंत्र थोड़े ही है, जो कैबिनेट की पहली बैठक में एक साइन से 10 लाख लोगों को नौकरी दे देंगे। वही नौकरी देने के लिए सरकार की व्यवस्था होती है, पदो के सृजन के बाद बहाली होती है लेकिन तेजस्वी ने राज्य में घूम-घूमकर दावा किया कि पहली कैबिनेट में एक साइन से 10 लाख लोगों को नौकरी देंगे। उन्होंने बोला की कैबिनेट की कई बैठकें बीत गईं लेकिन 10 लाख लोगों को नौकरी नहीं मिली। ऐसे में तेजस्वी को बताना चाहिए कि उनके कलम की स्याही सूख गई है या फिर कलम ही टूट गई है।

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