बीपीएससी पेपर लीक मामले पर तेजस्वी का सरकार पर हमला, बोले- छात्रों के भविष्य से हो रहा खेल, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई
पटना। बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन के 67वीं प्रीलिम्स परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के कारण रद्द कर दिया गया है। इस मामले की जांच करने के लिए एक स्पेशल कमीटी का गठन किया गया था जिसे 2 घंटे में अपनी रिपोर्ट सौंपनी थी। लेकिन कमीटी ने देर न करते हुए 3 घंटे में ही रिपोर्ट सौंप दी। रिपोर्ट में माना गया कि परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हुआ था। अब प्रीलिम्स को नई तारीख की घोषणा तक रद्द कर दिया गया है। इसपर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। बीपीएससी का पेपर लीक होने पर छात्रों को बहुत दर्द मे है। यह आप लोग कल्पना कर सकते है कि जब बीपीएससी की परीक्षा में ऐसा हो रहा है तो और सब परीक्षा में क्या होता होगा। बोर्ड के परीक्षा में भी पेपर लीक होता है। और हमलोग कई बार पेपर लीक मामले में सदन पर सरकार को कई बार जानकारी दी है। सदन में आवाज उठाया है। लेकिन फिर भी सरकार में बैठे लोग इसपर ध्यान नहीं दे रहें हैं।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के नौजवान छात्र के भविष्य के साथ खेलवाड़ किया जा रहा है। पेपर लीक मामले में जो भी दोषी है, एक टीम गठित कर उसपर कार्रवाई करनी चाहिए। दोषियो को सजा देनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी गलती ना हो। तेजस्वी यादव ने कहा कि जो लोग दूर से आकर परीक्षा दिए है, उसे सरकार पांच हजार का मुआवजा देने का काम करें। बीपीएससी का नाम बदल देना चाहिए, इसका नाम बिहार राज्य लीक आयोग नाम रख देना चाहिए। बीपीएससी का कभी भी परीक्षा समय पर नहीं होता है, इसे बार-बार रद्द कर दिया जाता है।