लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के सामने ही तेजस्वी ने सरकार को घेरा, CM नीतीश बोले- अपनी बात रखना चाहिए पर गरिमा का ध्यान रखें

पटना। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला गुरुवार को बिहार विधानसभा के स्थापना दिवस के अवसर पर विधानसभा और विधान परिषद के सदस्यों के लिए आयोजित प्रबोधन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में पक्ष और विपक्ष सदन की विशेषता है। वहीं जब तेजस्वी यादव को बोलने का मौका दिया गया तो उन्होंने सरकार के खिलाफ बड़ा आरोप लगा दिया। तेजस्वी यादव ने लोकसभा स्पीकर के सामने ही बिहार सरकार की शराबबंदी कानून का विरोध करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि शराबबंदी की वजह से तमाम संस्थाओं को बर्बाद कर दिया है। तेजस्वी ने कहा कि केंद्र व राज्य के बीच रिश्तों के बदलते स्वरूप के बारे में भी सोचने की जरूरत है। तेजस्वी यादव ने कहा हमे एक साथ मिलकर इस तमाम संस्थाओं को कैसे मजबूत बनाएं इस पर काम करने की जरूरत है। संवैधानिक संस्थानों को मजबूत बनाने का संकल्प लें।

सीएम नीतीश ने बिना नाम लिए कहा गरिमा का ध्यान रखना चाहिए
बता दे की पहले तेजस्वी यादव ने विधानसभा के प्रबोधन कार्यक्रम में लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला का स्वागत किया। संबोधन के दौरान तेजस्वी यादव ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के समय नफरत और घृणा फैलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्यों में बदलते सोच पर सोचने की जरूरत है। तेजस्वी का नाम लिए बिना सीएम नीतीश ने इसका जवाब देते हुए कहा कि पूरी ताकत से, पूरी बुलंदी से अपनी बात रखना चाहिए। लेकिन उसमें गरिमा का ध्यान रखना चाहिए। सीएम नीतीश ने इस बात पर भी जोर दिया कि विधानसभा का ये सेंट्रल हॉल इसीलिए बनाया है ताकि यहां आकर आप सभी लोग हर मुद्दे पर डिस्कशन कर सकें। सीएम ने कहा कि विस में सत्ता पक्ष व विपक्ष के विधायकों को अधिकार है कि वे सदन में सवाल पूछें। अगर आप विस के सदस्य हैं तो उनका दायित्व पूरे राज्य का होता है। अपने क्षेत्र के साथ पूरा राज्य को सोचना होता है। आप लोग अपनी बात को सदन में पूरी मजबूती से रखें। इसका काफी फायदा मिलेगा।