रेलवे के छात्रों के समर्थन में उतरे तेजप्रताप यादव, बोले- शर्म कीजिये मोदी जी

पटना। रेलवे की आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा परिणाम में कथित अनियमितता के खिलाफ पटना में विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर हुए पुलिस बल प्रयोग का बिहार के विपक्षी दलों ने तीखे शब्दों में निंदा की है। मुख्य विपक्षी दल राजद की ओर से तेजप्रताप यादव ने ट्वीट कर पुलिस कार्रवाई को निंदनीय बताया। उन्होंने कहा, रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाकर प्रदर्शन कर रहे RRB NTPC अभ्यर्थियों के साथ पुलिसिया बर्बरता की घोर निंदा करता हूँ। सरकार तमाम समस्याओं से अवगत है, अतएव हम चाहते हैं कि NTPC अभ्यर्थियों की पीड़ा को जल्दी ठीक किया जाए अन्यथा नौजवानों की क्रांतिकारी जनसैलाब को रोकना मुश्किल होगा। आरआरबी एनटीपीसी अभ्यर्थियों ने सोमवार को पटना के राजेंद्रनगर टर्मिनल पर रेल परिचालन जाम कर विरोध जताया था। इस दौरान कई घंटों पर रेल सेवाएं बाधित रही थी। बाद में पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और बलपूर्वक उन्हें स्टेशन से खदेड़ा।

परीक्षा परिणाम में अनियमितता और पुलिसिया कार्रवाई को लेकर अब केंद्र की मोदी सरकार और बिहार की नीतीश सरकार विपक्ष के निशाने पर है। जाप प्रमुख पप्पू यादव ने छात्रों के हक में आवाज बुलंद करते हुए ट्वीट किया, भाजपा मतलब भर्ती में भ्रष्टाचार- यह बीजेपी के डीएनए में शामिल है। उन्होंने कहा, युवाओं का यह जनसैलाब रेलवे भर्ती में घोटाले के खिलाफ पटना में उमड़ा था। सरकार ने जुल्म की इंतिहा कर दी है। इसे उखाड़ फेंकना आज की जरूरत है। वहीं कांग्रेस की ओर से भी कई नेताओं ने ट्वीट कर छात्रों के लिए आवाज उठाई। जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा, किसान ने सरकार को झुकाया है, जवान इनको घुटनों पर दौड़ाएँगे। वहीं नेशनल यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने लिखा, पिट रहे इन युवाओं का गुनाह सिर्फ इतना है कि इन्होंने झांसे में आकर आपको वोट दिया था। शर्म कीजिये नरेंद्र मोदी जी, शर्म कीजिये !!

बिहार से कांग्रेस के विधायक अजीत शर्मा ने लिखा, भाजपा नीत सरकारी सिस्टम भ्रष्टाचार का पर्याय हो गया है । यह नियम है The rules of the game cannot be changed if game is over or in the mid of game। रेलवे की एक परीक्षा होनी थी लेकिन दूसरी परीक्षा की घोषणा कर दी गई । NTPC का रिजल्ट notification के अनुरूप नहीं है। आपको नींद कैसे आ रही है प्रधानमंत्री जी? बिहार कांग्रेस की ओर से छात्रों के समर्थन में कहा गया, गांधी मैदान मे वे कहते थे “अच्छे दिन आएंगे ” प्रति वर्ष 2 करोड़ युवाओं को नौकरी मिलेगी । आरा हो या पटना छात्रों का आक्रोश बता रहा है कि इस सरकार में देश में बेरोजगारी और सरकारी नौकरी में भ्रष्टाचार का स्तर कितना बढ़ गया है। वहीं कई अन्य लोगों ने भी ट्वीट पर मोदी सरकार को घेरा। एक यूजर ने लिखा, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी, युवाओं का भविष्य खराब न करें। सरकार को आरआरबी एनटीपीसी उम्मीदवारों की बात सुननी चाहिए और उनकी मांगों पर विचार करना चाहिए।

RRB NTPC अभ्यर्थियों के गुस्से का कारण

रेलवे की ओर से जुलाई 2019 में अलग अलग पदों के लिए भर्ती निकाली गई थी। इसमें 10628 पदों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता इंटर स्तरीय यानी 12वी पास थी। जबकि 24649 पदों के लिए स्नातक डिग्री की अहर्ता होनी चाहिए थी। हालाँकि फॉर्म भरने के बाद रेलवे की ओर से कहा गया कि दोनों श्रेणियों की परीक्षा एक साथ होगी और शैक्षणिक योग्यता के आधार पर अगले चरण की परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों का चयन होगा। हालाँकि जब 15 जनवरी 2022 को परिणाम आया तो परिणाम में 12वीं पास छात्रों की सफलतम संख्या बेहद कम थी। वहीं स्नातक स्तर के जो अभ्यर्थी सफल हुए उनमें एक ही अभ्यर्थी को पांच पांच पदों पर सफल करार दिया गया। छात्रों का कहना है कि यह बड़ी अनियमितता है। एक ही अभ्यर्थी अगर पांच जगह चयनित है तो अंततः वह एक ही पद पर जाएगा। ऐसे में एक ओर हजारों सीटें रिक्त रह जाएंगी तो दूसरी ओर कई छात्रों का भविष्य बर्बाद हो जाएगा। छात्रों का कहना है कि एक छात्र को एक जगह सफल माना जाए न कि उसे पांच जगह सफल दिखाकर परेशानी बढाई जाए। इसी का विरोध करते हुए सोमवार को पटना में छात्रों का गुस्सा राजेंद्र नगर टर्मिनल पर देखने को मिला। वहीं रेलवे ग्रुप डी की लिखित परीक्षा जो अब एक चरण में होती थी उसे अब दो चरणों में करने का निर्णय लिया गया है। ग्रुप डी की परीक्षा 23 फरवरी को होनी है और परीक्षा के मात्र 28 दिन पहले रेलवे ने यह बड़ा बदलाव कर अभ्यर्थियों की चिंता बढ़ा दी। अब इसे लेकर भी छात्रों में रेलवे के खिलाफ गुस्सा है।

About Post Author

You may have missed