सुशील मोदी पर युवा कांग्रेस हमलावर-बताएं आरएसएस क्यों कर रही थी भारत छोड़ो आंदोलन का विरोध

पटना। भारत छोड़ो आंदोलन के वर्षगांठ के अवसर पर बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष गुंजन पटेल ने प्रदेश के डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर करारा राजनीतिक हमला बोला दरअसल सुशील मोदी बार-बार सवालों के माध्यम से कांग्रेस पर हमलावर रहते हैं मगर इस दफे युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गुंजन पटेल ने कड़े प्रश्न पूछ कर सुशील मोदी को भी सम्भवत हतप्रभ कर दिया है। बिहार युवा कांग्रेस के अध्यक्ष गुंजन पटेल ने कहा कि जब महात्मा गांधी ने अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन और करो या मरो का आह्वान किया, तब आरएसएस के तत्कालीन शीर्ष नेतागण ब्रिटिश हुकूमत की मुखबिरी में व्यस्त थे। यहां तक कि उन्होंने इस ऐतिहासिक आंदोलन का विरोध एवं बहिष्कार तक किया था। इस आंदोलन से ब्रिटिश सरकार इतनी भयवीत हो गयी थी कि उसने पूरे देश में गांधी, नेहरू सहित सभी कांग्रेसी नेतृत्व को जेलों में डाल दिया गया था और कांग्रेस संगठन को हर स्तर पर ग़ैर-क़ानूनी घोषित कर दिया गया था। लेकिन जब ये सभी महापुरुष जेल में कैद थे और जनता सड़कों पर संघर्ष कर रही थी तो संघी नेता श्याम प्रसाद मुखर्जी बंगाल के ज़ालिम अंग्रेज गवर्नर को पत्र लिखने में व्यस्त थे। वे इन पत्रों के माध्यम से उन्हें भारत की जनता की आवाज़ को दमन करने के तरीक़े सुझाएं जिनसे बंगाल में भारत छोड़ो आंदोलन को पूरे तौर पर दबाया जा सकता था।

गुंजन पटेल ने सुशील मोदी और बिहार भाजपा नेताओं से सवाल पूछा कि वे बताएं कि जब पूरा देश सड़कों पर था तो संघ के नेता सावरकर मुस्लिम लीग के साथ मिलकर सरकार क्यों चला रहे थे और अंग्रेजों के साथ मधुर संबंध की वकालत क्यों कर रहे थे? गोलवलकर ने इस आंदोलन में कुछ भी न करने का संकल्प क्यों लिया था?

गुंजन पटेल ने आगे कहा कि आरएसएस का पूरा इतिहास ही गद्दारी और देश बांटने से भरा पड़ा है। मैं सुशील मोदी को चुनौती देता हूं कि मेरे द्वारा साझा किए गए वो ऐतिहासिक तथ्यों को गलत साबित कर दिखाएं।

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