मंत्री श्याम रजक ने कहा की केवल सरकार और जन प्रतिनिधि, जीविका, विकास मित्र, टोला सेवक की नही बल्कि समाज के हर व्यक्ति और तबके की जीमेवारी आज बढ़ गयी है की सभी एकजुट होकर जीवन बचाने के लिए , प्रकृति की हरियाली बनाये रखने के लिए जल संचयन करना और पेड़ लगाने के अभियान में जुट जाएँ। उद्योग मंत्री श्याम रजक ने जल जीवन हरियाली कार्यक्रम में उमड़ी भारी भीड़ को देख उत्साहित होकर कहा कि जल हरियाली से ही जीवन है इसके लिए लोगों की जागरूकता देख ख़ुशी हो रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाल विवाह , दहेज़ प्रथा और शराब बंदी के बाद अब जल संरक्षण और हरियाली को बचाने , पेड़ लगाने के अभियान को बिहार से शुरू किया है ।इस अभियान के तहत राज्य में सबसे पहले फुलवारी शरीफ की एतिहासिक धरती से जल जीवन और हरियाली अभियान कार्यकम की शुरुआत हो रही है। सीएम नीतीश कुमार की सोच और दिशा निर्देश में बिहार ने सबसे पहले जो अभियान चलाया आज उसे पूरा देश अपना रहा है और जल जीवन हरियाली अभियान को भी पूरा देश अपनाएगा । मंत्री श्री रजक ने कहा की पृथ्वी का तापमान प्रति वर्ष बढ़ रहा है। इसके कारण पूरे भारतवर्ष के साथ ही बिहार में भी विगत वर्षों में माॅनसून अनिश्चित हो गयी है। पिछले चार-पाॅच वर्ष से राज्य में सुखे की स्थिति बन गयी है। मंत्री ने कहा की बेहिसाब पेड़-पौधों की कटाई इसका एक महत्वपूर्ण कारण है । जलवायु परिवर्तन के कारण वर्षापात के पैटर्न में भी बदलाव आया है। जहां बिहार के कुछ जिले में 1800 मिली मीटर तक वर्षा होती थी अब वहां 500 मिली मीटर वर्षा हो रही है और इसका प्रभाव भूमिगत जल स्तर पर पड़ रहा है। होली के खत्म होते-होते राज्य के चापाकल सूखने लगते हैं, जिससे पेय जल की भी समस्या खडी़ हो जाती है। जो अत्यंत चिंता का विषय है। इससे निपटने के लिए भू-जल रिचार्ज व्यवस्था सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। सुव्यवस्थित जल प्रबंधन से ही बाढ़ या सुखाड से बचा जा सकता है। ऐसे में जल, जीवन और हरियाली के गहरे संबंध के महत्त्व को समझना होगा है। जो एक-दूसरे के पूरक हैं। जल नहीं होगा तो जीवन भी नहीं होगा। हरियाली नहीं होगी तो जल भी नहीं रहेंगा। उन्होंने कहा कि यह अभियान केवल सरकारी कार्यक्रम बनकर नहीं रह जाय, इसके लिए लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। इसके लिए सामाज के हर तबके के लोगों को निस्वार्थ भाव से जल संरक्षण के काम को जन आंदोलन का रूप देना होगा । श्री रजक ने कार्यक्रम के बाद विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया। इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील किया कि हर व्यक्ति एक वृक्ष लगाए और उसकी उचित देख-भाल करें ।जब श्याम रजक शपथ दिला रहे थे उन्होंने कई अहम बातें कहीं. मंत्री ने कहा कि शहर का पानी शहर में और गांव का पानी गांव में संरक्षित रहना चाहिए. पानी के हर बूंद का सही से इस्तेमाल करना होगा. इस अभियान का प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुरुआत किया गया|
मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि लोगों को जल और हरियाली के महत्त्व को समझना होगा। उन्होंने श्याम रजक का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन से लोगों में जागृति आती है। यह देखकर खुशी हो रही है कि पर्यावरण संरक्षण के इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग उपस्थित हुए हैं। उन्होंने का कि आज लोगों के घरों तक नल का जल पहुँच रहा है ऐसे में यह लोगों की जिम्मेवारी है कि वे धरती के जल का उचित उपयोग करें। आज शहरों में लोग करोड़ों का घर मकान बनाते हैं, लेकिन रेन वाटर हारवेस्टींग की व्यवस्था नहीं करते। उन लोगों को भी जल की महत्ता को समझते हुए इस की व्यवस्था करनी चाहिए, क्योंकि सभी के सम्मिलित सहयोग के बिना यह जल जीवन एवं हरियाली अभियान सफल नहीं हो सकता है । समारोह को सुहर्ष भगत, उप विकास आयुक्त, फुलवारी डीएसपी संजय कुमार पाण्डेय ,जिला परिषद् अध्यक्ष अंजू देवी, नगर परिषद् अध्यक्ष मो0 आफताब आलम ,प्रखण्ड अध्यक्ष मुन्नी देवी ने भी संबोधित किया | कार्यक्रम में प्रखण्ड विकास पदाधिकारी मो जफरुद्दीन ,अंचलाधिकारी कुमार कुंदन लाल , जिला परियोजना प्रबंधक, जीविका/ तमाम पंचायत और नप जन प्रतिनिधियो सहित सैंकड़ो की संख्या में अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहें ।