शराबबंदी के बाद सबसे अधिक विदेशी शराब बरामद और नष्ट
पटना (आनंद केसरी)। सूबे में शराबबंदी के बाद अवैध रूप से कारोबार करने वाले कि धर-पकड़ के बाद सबसे अधिक विदेशी शराब की बरामदगी हुई है। दूसरे नम्बर पर देसी, फिर महुआ और बीयर निचले पायदान पर है। यह जिला प्रशासन के द्वारा उपलब्ध कराए गए डाटा बताता है। डीपीआरओ अनिल कुमार चौधरी ने डीएम कुमार रवि के हवाले से बताए कि मद्य उत्पाद अधिनियम, 2016 के लागू होने से अबतक विदेशी शराब 88472.025 लीटर, देसी 26644.600 लीटर, बीयर 6954.700 बल्क लीटर और महुआ 3648.300 केजी बरामद कर विनष्ट किया गया। इसी तरह पिछले तीन माह में विदेशी शराब 24806.92 लीटर, देसी शराब 13796.425 लीटर, बीयर 520.750 ब्लक लीटर और महुआ 1218.300 केजी बरामद कर विनष्ट किया गया।
आंकड़ा बताता की आ रही शराब
जाहिर है कि जिस अनुपात में देसी और विदेशी शराब की बरामदगी बताई जा रही है, उससे कहीं अधिक पीने वालों को उपलब्ध कराई जा रही होगी। ऐसा नहीं है कि अवैध रूप से देसी-विदेशी शराब की खेप या कम मात्रा में पटना जिला की सीमा में प्रवेश करते पकड़ा गया हो। तीन माह में विदेशी 24 हजार 806 और देसी शराब 13 हजार 796 लीटर का बरामद होना दर्शाता है कि कड़ाई के बाद भी पुलिस और उत्पाद विभाग के अधिकारी-पदाधिकारी की शिथिलता के कारण शराबबंदी के बाद शराब का आना और बिकना जारी है। शासन प्रशासन के द्वारा भले सख्ती बरते जाने की बात कही जा रही हो
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