शराबबंदी इफेक्ट-रात भर चला सर्च ऑपरेशन,पुलिस बैरकों तथा लाइनों की जमकर तलाशी ली वरीय अधिकारियों ने

पटना। अब यह शराबबंदी बंदी कानून भला बिहार में क्या न करवाएं। चोरों- डकैतों की तलाशी लेने के लिए गठित पुलिस विभाग कल रात भर अपने ही जवानों,बैरकों तथा लाइनों की तलाशी ले रहा था। दरअसल पुलिस मुख्यालय के द्वारा निर्देश के बाद जिलों के आरक्षी अधीक्षकों द्वारा विभिन्न पुलिस लाइनों में शराब की बोतल तलाशी जा रही थी। गुरुवार की रात बिहार के सभी जिलों के पुलिस लाइन में मुख्य प्रवेश द्वार अचानक से बन्द हो गये।पुलिस लाइन के अंदर जिलों के एसपी खुद सीनियर ऑफिसर्स के साथ पहुंचे और छापेमारी की।मकसद था शराब या शराबी पुलिसवालों की तलाश करना।रेड के दौरान पटना पुलिस लाइन परिसर में शराब की दर्जनों से अधिक खाली बोतलें मिलने की सूचना है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

अचानक से रात में बड़े अफसरों को देख पुलिस के जवानों में हड़कम्प मच गया। पटना पुलिस लाइन में भी जब एसएसपी उपेन्द्र शर्मा अन्य तीन सिटी एसपी के साथ पहुचे तो पुलिस लाइन में तैनात पुलिसकर्मियों में खलबली मच गई। स्निफर डॉग के साथ पहुचे पुलिस अफसरों ने 12 बड़े बैरकों और17 छोटे  बैरकों में तलाशी लेनी शुरू की, तब सारा माजरा समझ में आया।

दरअसल बिहार पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर ही एसएसपी पुलिस लाइन में शराब की तलाशी करने पहुंचे थे।सवाल यही है कि जिस पुलिस पर शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने की जिम्मेवारी है उसी पुलिस के यहां शराब की खोज के लिये तलाशी होना बड़ी बात है, लेकिन बिहार पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों की नजर में इसमें कोई आश्चर्य जैसी बात नही है।

दरअसल हाल के दिनों मे पुलिस लाइन में शराब मिलने की शिकायते कई जिलों से मिली थीं।इसके बाद डीजीपी गुपतेश्वर पांडेय ने मुख्यालय स्तर पर गठित कोर कमिटी जी बैठक में पुलिस लाइन में औचक छापेमारी कर शराब की चेकिंग करवाने का फैसला लिया।

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