महागठबंधन की दूसरी बैठक आज: कांग्रेस मुख्यालय में मीटिंग, सीट शेयरिंग पर बनेगी रणनीति

पटना। सदाकत आश्रम में आज महागठबंधन की दूसरी बैठक है। बैठक 1 बजे से प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, सदाकत आश्रम में होगी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को-ऑर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष के रूप में शामिल होंगे। साथ ही महागठबंधन के सभी नेता एक साथ मौजूद रहेंगे। तेजस्वी यादव समेत कांग्रेस से प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावारू, वीआईपी से मुकेश सहनी समेत लेफ्ट की तीनों पार्टियां यानी सीपीएम, सीपीआई और सीपीआई-एम के नेता शामिल होंगे। ये बैठक सीटों के बंटवारे को लेकर पहली औपचारिक बैठक मानी जा रही है। सीट बंटवारे में दलों के पिछले प्रदर्शन के साथ इस बार की तैयारियों को भी ध्यान में रखा जाएगा। इसके अलावा प्रदेश इकाई की तर्ज पर जिला और प्रखंड स्तर पर भी को-ऑर्डिनेशन कमेटी बनाई जानी है। इसको लेकर भी बैठक में अहम निर्णय लिए जा सकते हैं। 17 अप्रैल को महागठबंधन की पहली बैठक राजद कार्यालय में 3 घंटे तक चली थी। इस बैठक के बाद तेजस्वी यादव को को-ऑर्डिनेशन कमेटी का अध्यक्ष चुना गया था। पिछली बैठक में भी कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने सीएम फेस पर सीधे कोई जवाब नहीं दिया था, लेकिन यह जरूर स्पष्ट कर दिया कि तेजस्वी ही महागठबंधन को लीड करेंगे। सीएम फेस पर कोई कंफ्यूजन नहीं है। उन्होंने कहा कि, ‘एनडीए में सीएम फेस को लेकर भारी कंफ्यूजन है।’ सीएम फेस पर तेजस्वी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘सभी बातों पर सहमति बन चुकी है, थोड़े इंतजार का मजा लीजिए, एक ही दिन में सब बता दें क्या।’ पशुपति पारस के महागठबंधन में शामिल होने के सवाल पर तेजस्वी ने कहा, ‘आने वाली बैठक में इस बारे में निर्णय लिया जाएगा। सुप्रीमो मुकेश सहनी ने बैठक के बाद कहा था कि, ‘कोआर्डिनेशन कमेटी में हर पार्टी से दो लोग होंगे- एक लीडर होंगे, एक सहयोगी। सभी लोगों को मिलकर एक डिसीजन लेना होगा। हमलोग ने कई पॉलिसी बनाई है। वो सब भी आपलोगों को आगे बताया जाएगा। हमारे गठबंधन में कहीं कोई कन्फ्यूजन नहीं है। मुकेश सहनी से जब सवाल किया गया कि 25 से 30 फिर से नीतीश का पोस्टर लगाया गया है। इसपर सहनी ने कहा था कि ‘वो जीतेंगे ही नहीं। लगने के लिए वो कुछ भी लगा सकते हैं। एक-एक आदमी से आपलोग जा कर पूछ लीजिए कि क्या आप नीतीश कुमार को वोट देना चाहते है, तो आपको जवाब मिल जाएगा। महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर अब भी रस्साकशी जारी है। कांग्रेस 70 से कम सीटों पर समझौता करने के मूड में नहीं है, जबकि मुकेश सहनी 60 सीटों की मांग कर चुके हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने डिप्टी सीएम पद की भी दावेदारी पेश की है। एक महीने पहले बगहा में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सहनी ने कहा था कि VIP पार्टी 60 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और सरकार बनने पर डिप्टी सीएम पद उसकी हिस्सेदारी में होगा। साथ ही पार्टी ने 50% सीटों पर अति-पिछड़ा और SC/ST उम्मीदवारों को टिकट देने की बात कही है। 2015 में बिहार में महागठबंधन में आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। सीट शेयरिंग का फॉर्मूला यह था कि आरजेडी को 101, जेडीयू को 101 और कांग्रेस को 41 सीटें मिली थीं। महागठबंधन 178 सीटें हासिल करने में सफल रहा था। दूसरी तरफ एनडीए 58 सीटों पर सिकुड़ गया। आरजेडी ने 80 सीटों पर जीत का झंडा फहराया तो जेडीयू ने 71 पर और कांग्रेस ने 27 सीटों पर जीत हासिल की थी।
