मुजफ्फरपुर में स्कूली बच्चों की गाड़ी पलटी, चार बच्चे घायल, ड्राइवर फरार

मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में गुरुवार की सुबह एक बड़ा हादसा हो गया, जब स्कूली बच्चों को लेकर जा रही एक वैन अनियंत्रित होकर पलट गई। यह हादसा औराई थाना क्षेत्र के घनश्यामपुर पंचायत स्थित एक पुल के समीप हुआ। इस दुर्घटना में चार स्कूली बच्चे घायल हो गए, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं, घटना के तुरंत बाद ड्राइवर वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गया, जिससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वैन काफी तेज रफ्तार में थी और पुल के पास अचानक असंतुलित होकर पलट गई। पल भर में वहां अफरा-तफरी मच गई। राहगीरों और स्थानीय लोगों ने तुरंत बच्चों को वाहन से बाहर निकाला और एम्बुलेंस बुलाकर उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। गंभीर रूप से घायल बच्चे को बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया है। बाकी तीन बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। बताया जा रहा है कि दुर्घटनाग्रस्त वाहन सीतामढ़ी जिले के रूनीसैदपुर स्थित सेंट्रल स्कूल की थी, जो बच्चों को स्कूल छोड़ने जा रही थी। वाहन में कुल चार स्कूली बच्चे सवार थे। हादसे के वक्त चालक के वाहन पर से नियंत्रण खो देने की बात सामने आ रही है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कूल वाहन न तो मानक सुरक्षा नियमों का पालन कर रहा था, और न ही चालक ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोई जिम्मेदारी दिखाई। दुर्घटना के तुरंत बाद चालक मौके से फरार हो गया, जो अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। घटना की सूचना मिलते ही औराई थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और दुर्घटनास्थल का मुआयना किया। पुलिस ने वैन को जब्त कर लिया है और फरार चालक की तलाश शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष ने बताया कि ड्राइवर की पहचान की जा रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि स्कूल वाहन के पास वैध परमिट और फिटनेस सर्टिफिकेट था या नहीं। इधर, घटना के बाद बच्चों के अभिभावकों में गुस्सा और डर का माहौल है। परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चों की सुरक्षा से सीधे खिलवाड़ किया गया है। उन्होंने मांग की है कि स्कूल प्रशासन पर सख्त कार्रवाई की जाए और दोषी चालक को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। इस दुर्घटना ने एक बार फिर स्कूली वाहनों की लापरवाह व्यवस्था और प्रशासन की उदासीनता को उजागर कर दिया है। सवाल यह उठता है कि जब हर वर्ष ऐसे हादसे होते हैं, तो क्यों न तो परिवहन विभाग सतर्क होता है और न ही स्कूल प्रशासन सुरक्षा मानकों का पालन करता है। फिलहाल, पुलिस जांच में जुटी है और घायल बच्चों की स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है। उम्मीद की जा रही है कि दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी और स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिए कारगर कदम उठाए जाएंगे।
