राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने पटना के जिलाधिकारी से जाति दुर्व्यवहार उत्पीड़न मामले में मांगी स्पष्टीकरण

पटना। विगत 23 मई 2023 को उत्तरी गली, गायघाट, पटना सिटी में रह रहे स्लम बस्ती के लागों के साथ पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह द्वारा उनपर जातिसूचक एवं अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किए जाने पर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने जिलाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा है। बात दे की राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के सहायक निदेशक ने पटना के जिलाधिकारी को पटना के डिविजनल कमिश्नर एवं पुलिस महानिरीक्षक, पटना के माध्यम से एक नोटिस भेजा है जिसमें जिलाधिकारी को इस संबंध में 15 दिनों के अंदर जवाब देने को कहा है। पत्र में यह स्पष्ट लिखा हुआ है कि अगर आप 15 दिनों के अंदर इसका जवाब नहीं देते हैं तो आयोग भारत के संविधान के अनुच्छेद 338 के तहत प्रदत्त सिविल न्यायालय की शक्ति का प्रयोग कर सकता है और आपको व्यक्तिगत अथवा अपने प्रतिनिधि के माघ्यम से आयोग के समक्ष उपस्थित होना पड़ सकता है। उल्लेखनीय है कि इसी मामले में विगत 23 मई को जब उत्तरी गली, गायघाट, पटना सिटी के निवासियों के साथ उनके पुनर्वास से संबंधित मामले पर जिलाधिकारी का मन्तव्य जानने के लिए आप के प्रदेश प्रवक्ता बब्लू प्रकाश के नेतृत्व में जो एक प्रतिनिधिमंडल पटना के जिलाधिकारी से मिलकर अपना पक्ष रखने गए थे। जिलाधिकारी ने अपना मन्तव्य देने के बदले उत्तरी गली, गायघाट, पटना सिटी में रह रहे अनुसूचित जाति के लोगों को न सिर्फ उन्हें जातिसूचक गालियां दी बल्कि आप के प्रदेश प्रवक्ता को थप्पड़ मारा एवं उन पर गलत रूप से गांधी मैदान थाना में FIR दर्ज करवाकर उन्हें जेल भिजवा दिया।

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