पालीगंज में बालू लदे ट्रक ने बाइक सवार को कुचला, युवक की हालत गंभीर, लोगों ने सड़क जाम कर किया प्रदर्शन
पटना। पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल के दुल्हिनबाजार थाना क्षेत्र में बुधवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। सीही गांव के पास बालू लदे ट्रक ने एक बाइक सवार युवक को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि इस मार्ग पर भारी वाहनों का अत्यधिक आवागमन होता है, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं, लेकिन प्रशासन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा।
हादसे की घटना और घायल की पहचान
घटना बुधवार सुबह लगभग आठ बजे की बताई जा रही है। सीही गांव निवासी नीरज कुमार अपनी बाइक से कहीं जा रहे थे, तभी सामने से आ रहे तेज रफ्तार बालू लदे ट्रक ने उन्हें कुचल दिया। हादसे में नीरज गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) रेफर कर दिया। ग्रामीणों के अनुसार, हादसा इतना भीषण था कि बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
ट्रक चालक हुआ फरार
घटना के बाद बालू लदा ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। हादसे के तुरंत बाद ग्रामीणों ने सड़क पर ट्रक को रोकने की कोशिश की, लेकिन चालक वाहन छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ट्रक को जब्त कर लिया है और फरार चालक की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर चालक का पता लगाया जा रहा है और जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
ग्रामीणों का आक्रोश और सड़क जाम
हादसे के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने सीही गांव के पास मुख्य सड़क को जाम कर दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उनका कहना था कि इस सड़क पर हर दिन सैकड़ों बालू लदे ट्रक गुजरते हैं, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी होती है। तेज रफ्तार से चलने वाले ट्रक न केवल सड़क को खराब कर रहे हैं, बल्कि लोगों की जान के लिए भी खतरा बन चुके हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस और प्रशासन दोनों इस समस्या को लेकर उदासीन हैं।
प्रशासन की तत्परता और स्थिति नियंत्रण
सूचना मिलते ही दुल्हिनबाजार थानाध्यक्ष सोनू कुमार अपने दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला। उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें शांत कराया और सड़क जाम हटवाया। थानाध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि दोषी चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि सड़क पर गश्त बढ़ाने और ट्रकों की रफ्तार नियंत्रित करने के लिए पुलिस टीम तैनात की जाएगी।
लगातार बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता
पालीगंज और उसके आसपास के इलाकों में पिछले कुछ महीनों से सड़क हादसों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बालू से भरे ट्रक और ट्रैक्टर बिना किसी निगरानी के सड़कों पर तेज रफ्तार से चलते हैं। कई बार ये वाहन रात के समय बिना हेडलाइट के भी गुजरते हैं, जिससे दुर्घटना का खतरा और बढ़ जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
ग्रामीणों की चेतावनी
ग्रामीणों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि भारी वाहनों के आवागमन पर रोक नहीं लगाई गई और स्पीड कंट्रोल की व्यवस्था नहीं की गई, तो वे एक बार फिर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। उनका कहना है कि प्रशासन को जल्द से जल्द सड़क पर स्पीड ब्रेकर लगाने, ट्रकों के समय निर्धारण और ट्रैफिक पुलिस की नियमित तैनाती सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक ठोस कदम नहीं उठाए जाते, तब तक ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति होती रहेगी। पालीगंज की यह घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा की लचर व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। ग्रामीण क्षेत्रों में भारी वाहनों का अनियंत्रित आवागमन आम जनजीवन के लिए खतरा बन चुका है। हादसे के बाद प्रशासन की सक्रियता तो दिखी, परंतु जरूरत है स्थायी समाधान की। सड़क सुरक्षा, ट्रैफिक नियमों का पालन और वाहनों की निगरानी को सख्ती से लागू किए बिना ऐसी घटनाओं पर रोक लगाना मुश्किल है। घायल युवक नीरज कुमार की स्थिति फिलहाल गंभीर बनी हुई है और गांव के लोग इस हादसे से गहरे सदमे में हैं। इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि विकास के साथ सुरक्षा की अनदेखी जानलेवा साबित हो सकती है।


