रसोई गैस की बढ़ती कीमते लगातार छू रही आसमान : इस साल 30 फ़ीसदी तक बढ़े दाम, एलपीजी का विकल्प ढूंढ रहे लोग

पटना। प्रदेश में फलों और सब्जियों से लेकर खाद्य सामग्री की कीमत आसमान छू रही है। वही रसोई गैस की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी के बजट को बिगाड़ दिया है। खास तौर पर गरीब तबके के लोग को इसकी अधिक तपिश महसूस हो रही है। पिछले एक साल में रसोई गैस की कीमत आठ बार बढ़ायी गयी है। इस सप्ताह में रसोई गैस की कीमत में 50.2 किलोग्राम में बढ़ोतरी की गयी है। इसके साथ ही पिछले एक साल में 244 या 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गयी है।
तीन महीनों में 150 रुपया बढ़ा एलपीजी गैस की कीमत
महिलाओं ने कहा कि एलपीजी धुआं रहित इंधन है। लेकिन फिर भी यह हमारे आंख से आंसू निकाल रहा है। पिछले तीन महीनों में एलपीजी गैस की कीमत बिना टैक्स के 150 रुपया बढ़ा है। कुल मिला कर वृद्धि 160 रुपये वृद्धि हुई है। एक सिलिंडर की कीमत है 1129 होता है। निश्चित रूप से एक बहुत बड़ा बोझ है। वैट जैसे लोकल टैक्स के आधार पर इंजन की कीमत विभिन्न राज्यों में अलग-अलग होती है। कीमतों में वृद्धि ने विशेष रूप से निम्न आय वर्ग जैसे हाउस मेड, सेल्समैन, सिक्योरिटी गार्ड, दैनिक वेतन भोगी, वेटर, ड्राइवर के साथ-साथ किसानों को भी ज्यादा प्रभावित किया है। जो प्रतिमाह 10000 से 15000 महीने कमाता है। उनकी कमाई का लगभग 10 फीसदी हिस्सा खाना पकाने में ही चला जाता है।
एलपीजी के विकल्प को तलाश रहे लोग
बगोदर प्राथमिक विद्यालय की शिक्षक बुधौल निवासी अखिलेश्वर कुमार मुकुल ने कहा इन दिनों हमारे लिए रसोई गैस का खर्चा उठाना काफी मुश्किल हो रहा है। हर महीने रसोई गैस सिलिंडर की कीमत बढ़ा दी जाती है। जिससे हमारे घर का बजट का संतुलन बनाये रखना और भी मुश्किल हो जाता है। हम खाना पकाने के लिए वैकल्पिक तरीकों का तलाश कर रहे हैं।

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