राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने दो उम्मीदवारों का लिस्ट किया जारी, बाजपट्टी से रामेश्वर महतो और पारू से मदन चौधरी को मिला टिकट
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर प्रदेश की सियासत लगातार गरमा रही है। सभी राजनीतिक दलों और गठबंधनों की ओर से उम्मीदवारों की सूची जारी करने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) ने गुरुवार को अपने दो प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। रालोमो के प्रदेश प्रवक्ता नितिन भारती ने पटना स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान इस सूची की घोषणा की।रालोमो ने इस बार सीतामढ़ी जिले की बाजपट्टी विधानसभा सीट से रामेश्वर कुमार महतो और मुजफ्फरपुर जिले की पारू विधानसभा सीट से मदन चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। पार्टी प्रवक्ता नितिन भारती ने बताया कि दोनों प्रत्याशी लंबे समय से संगठन से जुड़े हुए हैं और जनता के बीच उनकी मजबूत पकड़ है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने सामाजिक समीकरण और संगठनात्मक सक्रियता को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों का चयन किया है। बाजपट्टी से उम्मीदवार बने रामेश्वर कुमार महतो स्थानीय राजनीति में एक जाना-पहचाना चेहरा हैं। वे लंबे समय से समाजसेवा से जुड़े हुए हैं और पिछड़े वर्ग के बीच उनकी गहरी पैठ मानी जाती है। महतो ने कहा कि वे बाजपट्टी की जनता के बीच विकास और शिक्षा के मुद्दे को लेकर चुनाव मैदान में उतरेंगे। उन्होंने कहा कि “बाजपट्टी की जनता वर्षों से मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रही है। हमारी प्राथमिकता यहां के युवाओं को रोजगार के अवसर और किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिलाना होगा।” वहीं पारू विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाए गए मदन चौधरी रालोमो के पुराने कार्यकर्ता हैं। वे कई वर्षों से ग्रामीण स्तर पर पार्टी के संगठन को मजबूत करने में सक्रिय रहे हैं। चौधरी ने कहा कि वे पारू के हर घर तक पार्टी की विचारधारा पहुंचाने का काम करेंगे। उन्होंने दावा किया कि “पारू की जनता इस बार परिवर्तन के मूड में है और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को एक बेहतर विकल्प के रूप में देख रही है।” रालोमो प्रवक्ता नितिन भारती ने बताया कि पार्टी एनडीए के घटक के रूप में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है और बिहार के विकास के लिए एनडीए की नीतियों को जनता के बीच ले जाएगी। उन्होंने कहा कि “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य में सुशासन और विकास की नई दिशा मिली है। हमारी पार्टी इसी विकास यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित है।” राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि रालोमो का ध्यान इस बार उत्तर बिहार के उन इलाकों पर है, जहां पिछड़ी जातियों और गरीब वर्गों में उसकी कुछ पकड़ रही है। इन वर्गों में रालोमो अपनी सियासी जमीन मजबूत करने की कोशिश कर रही है। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र सभी दलों की गतिविधियां तेज हो गई हैं। राजग के अन्य घटक दलों — भाजपा, जदयू और हम — ने भी अपने-अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। ऐसे में रालोमो द्वारा दो उम्मीदवारों की घोषणा से यह साफ संकेत मिल गया है कि अब एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर स्थिति लगभग स्पष्ट हो चुकी है।



