रेल कौशल विकास योजना : पूर्व मध्य रेल द्वारा अब तक कुल 228 प्रशिक्षणार्थियों को दिया गया प्रमाण पत्र

हाजीपुर। पूर्व मध्य रेल द्वारा रेल कौशल विकास योजना के अंतर्गत युवाओं को उद्योग आधारित प्रशिक्षण प्रदान कर कुशल एवं रोजगार के लिए सक्षम बनाने के प्रयास के तहत विभिन्न प्रशिक्षण केंद्रों द्वारा 20 दिसंबर से 10 जनवरी तक प्रशिक्षण देने के बाद 10 एवं 11 जनवरी को कुल 82 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इसके साथ पूर्व मध्य रेल द्वारा तीन चरणों में अब तक कुल 228 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के विद्युत कर्षण प्रशिक्षण केंद्र में बीते मंगलवार को इलेक्ट्रीशियन ट्रेड में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले तृतीय बैच के 16 प्रशिक्षणार्थियों को तथा सवारी डिब्बा मरम्मत कारखाना, हरनौत में मशीनिस्ट तथा वेल्डर कैटेगरी के क्रमश: 17 एवं 19 प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इसी क्रम में समस्तीपुर मंडल के पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केन्द्र में फीटर ट्रेड में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कुल 19 तथा दानापुर मंडल के सिग्नल एवं दूरसंचार प्रशिक्षण केंद्र में 11 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण के उपरांत प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। प्रशिक्षुओं ने प्रशिक्षण पूरा होने पर हर्ष व्यक्त किया। उन्होंने ज्ञानवर्द्धन और आत्मविश्वास को बढ़ाने में इस प्रशिक्षण को काफी उपयोगी पाया है।
विदित हो कि युवाओं में कौशल विकास के लिए भारतीय रेल में रेल कौशल विकास योजना का शुभारंभ पिछले साल 17 सितंबर को रेल, संचार एवं इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रोद्योगिकी मंत्री द्वारा किया गया था। योजना के अन्तर्गत भारतीय रेल के 17 जोन एवं 7 उत्पादन इकाइयों के 75 प्रशिक्षण केंद्रों में 18 कार्य दिवस में 100 घंटे का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन 75 प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से वर्ष 2024 तक 50 हजार युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है। 18 से 35 आयुवर्ग के युवा जो 10वीं कक्षा पास कर चुके हैं, योग्यता के आधार पर नि:शुल्क प्रषिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। यह योजना युवाओं के रोजगार क्षमता में सुधार तथा स्वरोजगार के इच्छुक युवाओं के कौषल को उन्नत करेगा।
