प्रख्यात मंदिर माँ वन देवी के वार्षिकोत्सव में अमित्रजीत के भजन पर झूमे भक्त मां वनदेवी के दरबार में आने वाले भक्तों को उनके चमत्कारों का होता है अहसास- राम कृपाल

बिहटा।माँ विंध्यवाशिनी का अंश कहाने वाली बिहटा राघोपुर-कंचनपुर और अमहारा के सिवान पर जंगल में बसी माँ बन देवी का 20वाँ वर्षगाँठ धूम धाम से सम्पन्न हुआ।वही भारी संख्या में जुटे भक्त मंत्रोचारण के साथ पूजा-अर्चना के साथ माता के भव्य आरती में सम्मिलित होकर मंत्रमुग्ध हो गए।वही रात्रि में माता के जागरण में जुटे क्षेत्रीय व दूर दूर से आए कलाकारों ने एक से बढ़कर एक भजन की प्रस्तुति से लोगों को ख़ूब झूमाया।कलाकार अमित्रजीत के भजन जब तू बसेलू माइया बन जंगलवा…धयलू.. बन देवी के रूप हो जगदम्बा भवानी गाकर लोगों को ख़ूब झूमाया।भजन के साथ-साथ भक्ति नृत्य व झाँकी की प्रस्तुति देकर कलाकारों ने ख़ूब तालियाँ बटोरी।वही आयोजक जागरण परिवार के द्वारा जागरण मंच से थाना अध्यक्ष अवधेश कुमार झा एवं एसआइ श्यामला कुमार,जागरण में आए आए कलाकार, पत्रकार,समाजसेवी को सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में पहुँचे पूर्व केंद्रीय मंत्री व वर्तमान पाटलिपुत्रा
सांसद राम कृपाल यादव ने जागरण मंच से उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा की मां का हाथ हमेशा अपने भक्तों के सिर पर रहता है।श्रद्धा और भक्ति से मां वनदेवी के दरबार में आने वाले भक्तों को भी उनके चमत्कारों का अहसास होता रहता है। मौक़े पर कलाकार गायक ज्योतिष गोविंदपूरी,ऑर्गन पर मनु पाण्डेय,नाल पर भोला कुमार,बैंज़ू पर विद्यानंद भारती,पैड पर ब्रजेश कुमार, झाल पर रानू कुमार सहित मदन चौबे,रत्नेश सिंह,रमेश सिंह, सहित दर्जनों की संख्या में गायक गायिका ने माता के दरबार में अपनी अपनी हाजरी लगायी।मौक़े पर मंदिर पुजारी हरीओम्म बाबा,अमित्रजीत उर्फ़ बौल जी,संतोष सिन्हा,आनंद मिश्रा,चंद्रशेखर जी,दीपु शर्मा,सचितानंद शर्मा, गोपाल तिवारी, दीपू शर्मा,,कुमुद रंजन,बंटी कुमार, गोपाल सिंह,अनिल कुमार,माधव ब्रह्मर्षि,कुमार सत्यम आदि शामिल थे।

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