राज्य में अब डाकिया घर जाकर देगा जीवन प्रमाण पत्र; 1 दिसंबर से शुरू होगी सेवा, 70 रुपये लगेगा शुल्क

पटना। पेंशन के लिए सालाना जीवन प्रमाण पत्र के लिए दिव्यांग, लाचार, बुजुर्ग नागरिकों को डाकघर या सरकारी कार्यालयों में जाने की जरूरत नहीं होगी। डाक विभाग 1 दिसंबर से घर पर जाकर जीवन प्रमाण पत्र निर्गत करने की सेवा शुरू कर देगी। अब घर बैठे जीवन प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए मात्र 70 रुपये डाक विभाग शुल्क लेगा। वैसे तो डाकघरों में यह सेवा मुफ्त सुलभ हो रही है। घर बुलाने की स्थिति में 70 रुपये चार्ज किए जाएंगे। वही यदि इनटरनेट उपयोग करते हैं तो यूनिक आइडेंटिफिकेशन आथरिटी आफ इंडिया (यूआइएआइ) एप के माध्यम से खुद भी मुफ्त जीवन प्रमाण पत्र बना सकते हैं। भारतीय डाक विभाग अब अपनी योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाने के लिए लगातार अपनी सेवा प्रणाली का उन्नयन कर रहा है। इसी कड़ी में अब सभी के साथ-साथ गांव तक के पोस्ट आफिस भी पूरी तरह आनलाइन किए जा रहे हैं। इसके लिए सभी डाकघरों को कंप्यूटर सिस्टम के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल उपलब्ध कराए गए हैं। ये मोबाइल डाक सेवाओं को लेकर ही विशेष रूप से डिजाइन किए गए हैं। सुदूर गांवों में घर बैठे डाक सुविधाओं का लाभ इससे मिलेगा।
आधार कार्ड, खाता खुलने सहित अन्य सुविधा भी डोर स्टेप
डाक विभाग बिहार सर्किल के मुख्य डाक महाध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि घर-घर जीवन प्रमाण पत्र बनाने के साथ-साथ विभाग की अन्य सुविधा मुहैया कराने के लिए हर डाकिया को आइपीपी मोबाइल डिवाइस उपलब्ध कराया गया है। इसके माध्यम से सुदूर गांव में भी ग्रामीणों के आधार कार्ड अपडेट, डाक खाता खोलने, सुकन्या समृद्धि खाता सहित अन्य सुविधा उनके घर बैठे ही उपलब्ध होगी। उन तक पहुंचने वाली सभी सेवाओं की मानिटरिंग भी पूरी तरह आनलाइन होगी। उपभोक्ता भी अपने घर से इसकी ट्रैकिंग कर सकेंगे। पहली कड़ी में जिले के सभी डाकिया को आइपीपी डिवाइस उपलब्ध कराया जा चुका है। अन्य जिलों में भी यह उपलब्ध कराया जा रहा है।

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