प्रदेश में गुलाबी ठंड ने दी दस्तक: रात में सिहरन, तापमान में आई भारी गिरावट, रहे सावधान
पटना। बिहार में अब धीरे-धीरे सर्दी ने अपनी दस्तक दे दी है। अक्टूबर के दूसरे सप्ताह से ही सुबह और रात के समय हल्की सिहरन महसूस की जा रही है। दिन में हल्की धूप निकलने के बावजूद वातावरण में ठंडक बढ़ने लगी है। लोग अब सुबह की सैर या कामकाज के दौरान स्वेटर या हल्की चादर का सहारा लेने लगे हैं। फिलहाल इतनी ठंड नहीं है कि रजाई की जरूरत पड़े, लेकिन मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट होगी और रजाई का मौसम भी जल्द ही लौट आएगा।
दिन और रात के तापमान में बढ़ा अंतर
मौसम विभाग के अनुसार, बिहार के कई हिस्सों में दिन और रात के तापमान में बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। राजधानी पटना समेत राज्य के अधिकांश जिलों में दिन का अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है, जबकि रात का न्यूनतम तापमान घटकर 18.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। यह अंतर इस बात का संकेत है कि मौसम अब गर्मी से ठंड की ओर तेजी से बदल रहा है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पश्चिमी हवाओं के असर से तापमान में यह गिरावट दर्ज की जा रही है। फिलहाल आसमान साफ है, जिससे दिन में हल्की गर्माहट बनी हुई है, लेकिन जैसे ही सूर्यास्त होता है, ठंडी हवाएं वातावरण में सिहरन भर देती हैं।
मानसून की विदाई और मौसम में बदलाव
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार से मानसून की विदाई लगभग पूरी हो चुकी है। बारिश का असर अब पूरी तरह खत्म हो गया है और हवा की दिशा तथा प्रकृति में बदलाव देखा जा रहा है। मानसून के कमजोर पड़ते ही अब पश्चिमी हवाएं प्रभावी हो गई हैं, जो उत्तर भारत से होकर बिहार तक ठंडक लेकर आ रही हैं। इन हवाओं के चलते राज्य में तापमान में लगातार गिरावट जारी है। मौसम विभाग ने बताया है कि 15 अक्टूबर के बाद बिहार के उत्तर-पश्चिमी इलाकों में तापमान और नीचे जा सकता है। वहीं कुछ जिलों में सुबह के समय हल्का कोहरा भी दिखाई देने लगा है, जो ठंड की शुरुआत का संकेत है।
गांवों में बढ़ी ठंड का असर
शहरी इलाकों की तुलना में ग्रामीण इलाकों में ठंड का असर अधिक महसूस किया जा रहा है। सुबह-सुबह खेतों में काम करने वाले किसानों और मजदूरों को अब ठंडी हवाओं से जूझना पड़ रहा है। गांवों में सुबह के समय ओस की बूंदें घास पर जमने लगी हैं और बच्चे ठंडी हवा से बचने के लिए स्वेटर या टोपी पहनते दिखाई देने लगे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में यह मौसम फसलों के लिए भी लाभदायक माना जाता है। किसान अब रबी की फसल की तैयारी में जुटे हैं, और यह ठंडक उनके लिए शुभ संकेत मानी जा रही है।
मौसम विभाग की चेतावनी और अनुमान
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले कुछ दिनों में बिहार के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट हो सकती है। हालांकि दिन के तापमान में एक से दो डिग्री तक की हल्की वृद्धि संभव है, लेकिन रातें अब ठंडी बनी रहेंगी। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और ठंडी हवाओं के प्रभाव के कारण बिहार में तापमान में यह गिरावट दर्ज की जा रही है। उनका अनुमान है कि नवंबर से ठंड का असर और तेज हो जाएगा तथा राज्य के अधिकांश हिस्सों में घना कोहरा छाने लगेगा।
लोगों को दी गई सावधानी की सलाह
मौसम में हो रहे इस बदलाव को देखते हुए विशेषज्ञों ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। विशेषकर बुजुर्गों, बच्चों और हृदय या श्वसन संबंधी रोगियों को ठंडी हवाओं से बचाव की जरूरत है। रात के समय बाहर निकलने पर हल्के गर्म कपड़ों का प्रयोग करने की सलाह दी गई है। इसके अलावा सुबह-सुबह ठंडी ओस और हवा से बचने के लिए लोग अब धीरे-धीरे गर्म पेय पदार्थों जैसे चाय और सूप का सेवन बढ़ाने लगे हैं। मौसम में आ रहे इस बदलाव के कारण अब लोगों के खानपान और दिनचर्या में भी हल्का परिवर्तन देखने को मिल रहा है। बिहार में गुलाबी ठंड की शुरुआत हो चुकी है। मानसून की विदाई के साथ ही पश्चिमी हवाओं ने राज्य में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, जिससे रात के तापमान में उल्लेखनीय गिरावट आई है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में यह ठंड और बढ़ेगी और नवंबर से सर्दी का प्रभाव स्पष्ट रूप से महसूस किया जाएगा। फिलहाल लोगों को इस बदलते मौसम में सतर्क रहने और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी गई है।


