बिहार में नए पीएचसी और एचएमसी का होगा गठन, 20,016 नए पदों पर होगी पदों पर बंपर बहाली

पटना। बिहार सरकार ने राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। सरकार ने प्रदेश के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) और अस्पताल प्रबंधन संवर्ग (एचएमसी) के विस्तार के लिए 20,016 नए पदों के गठन की स्वीकृति दे दी है। इन पदों पर शीघ्र बहाली की जाएगी, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य तंत्र को और अधिक मजबूती मिल सकेगी। यह जानकारी बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विधानसभा सत्र के दौरान दी। मंत्री ने बताया कि ये नियुक्तियां प्राथमिक और माध्यमिक स्तर के स्वास्थ्य केंद्रों की कार्यक्षमता को बढ़ाने में सहायक होंगी।
एएनएम की बहाली प्रक्रिया प्रगति पर
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अब तक राज्य में 7,468 एएनएम (सहायक नर्स मिडवाइफ) की नियुक्ति पूरी हो चुकी है। इसके अलावा 8,938 एएनएम की बहाली प्रक्रिया वर्तमान में जारी है। यह कदम खासकर मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने की दिशा में उठाया गया है, क्योंकि एएनएम स्वास्थ्य तंत्र की रीढ़ मानी जाती हैं, जो ग्रामीण स्तर पर लोगों को बुनियादी चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराती हैं।
मोकामा ट्रॉमा सेंटर में स्टाफ की भारी कमी
एक अन्य सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने स्वीकार किया कि मोकामा ट्रॉमा सेंटर में डॉक्टर और नर्सों की भारी कमी है। वहां कुल 12 डॉक्टर पद स्वीकृत हैं, लेकिन केवल 6 ही कार्यरत हैं। इसी प्रकार, 25 स्टाफ नर्सों के पद के मुकाबले मात्र 2 एएनएम और 4 जीएनएम कार्यरत हैं। यह स्थिति गंभीर है, क्योंकि ट्रॉमा सेंटर जैसे महत्वपूर्ण संस्थानों में चिकित्सा कर्मियों की पर्याप्त संख्या में उपस्थिति आवश्यक होती है।
डॉक्टर और नर्सों की बहाली प्रक्रिया जारी
सरकार ने स्वास्थ्य सेवा के विभिन्न स्तरों पर रिक्तियों को भरने की दिशा में व्यापक योजना बनाई है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 5,048 डॉक्टरों और 23,414 ग्रेड ए की नर्सों एवं पैरामेडिकल कर्मियों की नियुक्ति प्रक्रिया वर्तमान में चल रही है। यह कदम स्वास्थ्य सेवा के ढांचे को व्यापक रूप से सुदृढ़ करने के लिए उठाया गया है। खासतौर से जिला और अनुमंडल अस्पतालों में डॉक्टरों और स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता
स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। आने वाले समय में सभी पीएचसी, सीएचसी, ट्रॉमा सेंटर और अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों, प्रशिक्षित नर्सों और तकनीकी स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी। इससे न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि रोगियों को समय पर इलाज भी उपलब्ध हो सकेगा। बिहार सरकार का यह निर्णय राज्य की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को आधुनिक और सक्षम बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। 20 हजार से अधिक पदों पर होने वाली यह बहाली न केवल रोजगार के नए अवसर खोलेगी, बल्कि राज्य के लाखों लोगों को बेहतर और सुलभ चिकित्सा सुविधा प्राप्त करने में मदद करेगी। इसके साथ ही, यह पहल राज्य के स्वास्थ्य तंत्र को मजबूत नींव प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगी।

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