November 12, 2025

औरंगाबाद में विपक्ष पर बरसे पीएम, बोले- वोटिंग में सभी रिकॉर्ड टूटे, जनता को नरेंद्र-नीतीश पर भरोसा, ‘फिर एक बार एनडीए की सरकार’

औरंगाबाद/पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के प्रचार अभियान में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने औरंगाबाद में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बिहार में पहले चरण की रिकॉर्डतोड़ वोटिंग के लिए जनता का आभार जताया और विपक्षी दलों—राजद, कांग्रेस और महागठबंधन—पर करारा हमला बोला। प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार की जनता ने इतिहास रच दिया है और यह संदेश दिया है कि वह “जंगलराज” नहीं, “विकासराज” चाहती है। उन्होंने कहा कि बिहार ने नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के रिपोर्ट कार्ड पर भरोसा जताया है, और यही भरोसा एनडीए की जीत का आधार बनेगा।
“रिकॉर्डतोड़ वोटिंग एनडीए की वापसी का संकेत”
सभा की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने उत्साहित स्वर में कहा कि “कल पहले फेज में बिहार ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। महिलाओं ने भी वोटिंग में इतिहास बना दिया। यह दर्शाता है कि बिहार के लोग एनडीए की सरकार पर भरोसा कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि पहले चरण में 65 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है, जो यह साबित करता है कि “बिहार के लोग किसी भी कीमत पर जंगलराज को वापस नहीं आने देंगे।” मोदी ने कहा कि यह वोटिंग महिलाओं, युवाओं और किसानों का समर्थन है, जिन्होंने बिहार को स्थिर और सुरक्षित रखने के लिए मतदान किया है।
विपक्ष के झूठ पर जनता को भरोसा नहीं”
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि राजद और कांग्रेस के पास अब कोई विजन नहीं बचा है। “राजद के वादों पर तो कांग्रेस को भी भरोसा नहीं है, तभी वो उनके घोषणा पत्र का जिक्र भी नहीं करती। बिहार के लोग जानते हैं कि राजद-कांग्रेस ने सिर्फ वादे किए, काम नहीं। जनता नरेंद्र और नीतीश के ट्रैक रिकॉर्ड पर भरोसा कर रही है।” मोदी ने कहा कि बिहार की जनता ने इस बार मन बना लिया है—वो ‘कट्टा संस्कृति’ वाले राजद को नहीं, बल्कि ‘कानून और विकास’ वाली एनडीए सरकार को चुनने जा रही है। उन्होंने कहा, “इनका घोषणापत्र झूठ का पुलिंदा है। जनता कोई बुड़बक नहीं है, वो सब जानती है।”
“विकसित बिहार ही विकसित भारत की नींव”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार का विकास भारत के विकास से सीधे जुड़ा है। उन्होंने कहा, “जब मैं विकसित भारत की बात करता हूं तो उसमें बिहार की तरक्की जरूरी है। इसका मतलब है—यहां उद्योग लगें, युवाओं को रोजगार मिले, और राज्य में निवेश बढ़े। यही हमारा संकल्प है। उन्होंने आगे कहा कि 2005 के बाद से बिहार में जो स्थिरता और विकास का माहौल बना है, उसे किसी भी कीमत पर खत्म नहीं होने दिया जाएगा। “बिहार अब फिर से अंधेरे में नहीं लौटेगा, यहां अब उजाले की राजनीति चल रही है,” उन्होंने कहा।
“हमारे वादे पूरे हुए, विपक्ष के झूठ बेनकाब”
अपने कार्यकाल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने जो वादा किया था, वो निभाया है। “मैंने कहा था कि राम मंदिर बनेगा—बना या नहीं? मैंने कहा था 370 हटेगा—हटा या नहीं? वन रैंक वन पेंशन लागू किया—आज उसे हुए 11 साल हो गए हैं। हमने जो कहा वो किया।” उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, “राजद वालों को पता ही नहीं कि 1 लाख करोड़ कितने होते हैं। हमने फौजियों के खातों में ये पैसे डाले, और ये 500 करोड़ का झूठ बोल रहे हैं।” मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने बिहार में लाखों नौकरियां दी हैं, जबकि राजद-कांग्रेस ने नौकरी के नाम पर जमीनें हथियाईं। “अब ये लोग जमानत पर घूम रहे हैं और जांच एजेंसियां जांच कर रही हैं,” उन्होंने कहा।
“राजद की कट्टा राजनीति नहीं चाहिए”
प्रधानमंत्री ने तीखे लहजे में कहा कि बिहार को फिर से “कट्टा संस्कृति” की सरकार नहीं चाहिए। उन्होंने कहा, “राजद और कांग्रेस के पास वही पुराना मॉडल है—जहां अपराध, भय और भ्रष्टाचार राज करता है। ये लोग बच्चों के हाथों में किताब नहीं, कट्टा देना चाहते हैं। इनके प्रचार में गाने चल रहे हैं—‘भइया की सरकार आएगी तो दुनाली चलेगी’। ऐसे लोगों से बिहार का भला नहीं हो सकता।” मोदी ने कहा कि जहां कट्टा और क्रूरता का राज हो, वहां कानून दम तोड़ देता है, और जहां करप्शन होता है, वहां सामाजिक न्याय नहीं मिलता। “ऐसे लोग बिहार का भला नहीं कर सकते,” उन्होंने कहा।
छठी मैया के अपमान को बिहार कभी नहीं भूलेगा
अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने छठ पर्व का उल्लेख करते हुए विपक्ष पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “आपका यह बेटा दुनिया में छठी मैया की जय-जयकार कराने में लगा है, लेकिन ये राजद-कांग्रेस वाले उसी छठी मैया का अपमान कर रहे हैं। क्या बिहार की माताएं-बहनें इसे बर्दाश्त करेंगी?” उन्होंने कहा कि बिहार की जनता छठी मैया का अपमान करने वालों को कभी माफ नहीं करेगी। “ये वही लोग हैं जो हमारी संस्कृति और परंपराओं का मजाक उड़ाते हैं, जबकि हमारी सरकार उन्हें सम्मान देती है,” मोदी ने कहा।
“किसानों के लिए जो कहा, वो किया”
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। “2019 में पीएम किसान सम्मान योजना शुरू की गई। किसानों के खातों में 2-2 हजार रुपये भेजना शुरू किया गया। विपक्ष ने अफवाह फैलाई कि मोदी जी पैसे वापस लेंगे, लेकिन आज भी ये योजना चल रही है और करोड़ों किसानों को लाभ मिल रहा है,” उन्होंने कहा।
प्रशासनिक तैयारियां और सुरक्षा व्यवस्था
प्रधानमंत्री की इस रैली को लेकर प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए थे। सभा स्थल के पास दो हेलीपैड बनाए गए, जहां से प्रधानमंत्री का काफिला सीधे मंच तक पहुंचा। पूरे इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे और यातायात नियंत्रण की विशेष व्यवस्था की गई थी। औरंगाबाद की यह सभा केवल चुनावी भाषण नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी का बिहार के प्रति भावनात्मक संदेश भी थी। उन्होंने विकास, राष्ट्रवाद और सांस्कृतिक सम्मान को एक साथ जोड़ते हुए जनता से अपील की कि बिहार को फिर से “कट्टा और भ्रष्टाचार की राजनीति” के हवाले न करें।
मोदी बोले- फिर एक बार एनडीए सरकार
उनके शब्दों में, “बिहार की पुरानी और नई पीढ़ी ने ठान लिया है—फिर एक बार एनडीए सरकार।” जनता की भारी भीड़ और गूंजते नारों ने यह साफ कर दिया कि बिहार की सियासी जंग अब अंतिम पड़ाव में पहुंच चुकी है—जहां फैसला विकास बनाम अराजकता पर होना तय है।

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