बिहार में अब घर बनाने के लिए नक्शा पास कराने की बाधा होगी दूर, राज्य सरकार ने तैयार की इंजीनियरों की टीम

पटना। बिहार के लोगों को अब नक्शा पास करने की बाधा दूर हो गई है। इसको लेकर प्रदेश में स्तुविदों और इंजीनियरों का पैनल तैयार कर लिया गया है। जहां शुक्रवार को नगर विकास विभाग ने पंजीकरण के बाद बिल्डरों, वास्तुविदों, नगर निवेशक और सिविल इंजीनियरों की सूची जारी कर दी है। विभाग ने 330 वास्तुविद, 713 सिविल इंजीनियर, 226 स्ट्रक्चरल इंजीनियर, 35 वास्तुविद, 158 पर्यवेक्षक, 678 भवन निमार्ता, 6 ग्रुप एजेंसी का निबंधन किया है। इसकी सूची विभाग की वेबसाइट पर जारी कर दी है। सभी नगर निकायों से कहा गया है कि सूची में शामिल वास्तुविदों (आर्किटेक्ट) और सिविल इंजीनियरों का सत्यापन कर लें। निकायों द्वारा काली सूची में शामिल किए गए वास्तुविदों और इंजीनियरों के नाम हटा दिए जाएंगे। पहली बार नक्शा पास करने में सबसे बड़ी बाधा वास्तुविद सूचीबद्ध वास्तुविदों और सिविल इंजीनियरों का सूचीबद्ध नहीं होना थी। निकायों में नक्शा पास करने के लिए आवेदन नहीं हो रहे थे। जिसके बाद भवन निर्माण से जुड़े वास्तुविद, अभियंता, नगर निवेशक, पर्यवेक्षक एवं भवन निमार्ताओं का विभाग द्वारा निबंधन के बाद नक्शा पास करने की समस्या दूर हो गई है। आवेदनों की जांच के बाद बना पैनल बिहार भवन उपविधि 2022 की उपविधि के प्रावधानों के मुताबिक वास्तुविद, इंजीनियर, भवन निमार्ता, पर्यवेक्षक के पैनल के लिए ऑनलाइन आवेदन मंगाए गए थे। जहां नगर विकास विभाग ने इसके लिए 13 से 31 मार्च का समय दिया था। इन आवेदनों की जांच के बाद अब पैनल तैयार किया गया है। एक साल से ज्यादा समय से नक्शा पास करने की प्रक्रिया बाधित थी। नियमावली के मुताबिक वास्तुविदों का पंजीकरण विभाग के स्तर से होने के बाद ऑनलाइन आवेदन शुरू होना था। वही आवेदन ज्यादा लंबित थे जिस वजह से विभाग ने मार्च में ऑफलाइन इन निपटारा का समय दिया था। अब भवन निमार्ता ऑनलाइन आवेदन शुरू होने के इंतजार में हैं।

You may have missed