डेंगू और वायरल बुखार के कारण एंटीबायोटिक और पैरासिटामोल की बिक्री पांच गुणा तक बढ़ी, दुकानों में दवा का स्टॉक खत्म

पटना। राजधानी में इन दिनों वायरल के साथ डेंगू और मलेरिया का भी प्रकोप बढ़ गया है। हर दिन मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अस्पताल के बेड फुल हो चुके हैं। वहीं मरीजों की संख्या बढ़ने से शहर के मेडिकल स्टोरों पर एंटीबायोटिक, पैरासिटामोल और मलेरिया दवा की खपत बढ़ गयी है। दवा व्यापारियों के अनुसार बिगत 15 दिन में सबसे ज्यादा छह गुनी बिक्री एंटीबायोटिक की बढ़ गयी है। इसके अलावा पैरासिटामोल की बिक्री में भी पांच गुना इजाफा हुआ है। वहीं, कफ सिरप और पेन किलर की मांग में भी तीन गुनी की वृद्धि हुई है। यहां बता दे कि डेंगू मरीजों का आंकड़ा शुक्रवार को जिले में 1702 के पार पहुंच गया था।
एक सप्ताह का बचा मलेरिया दवा का स्टॉक
डेंगू के साथ ही मलेरिया का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। खासकर बच्चेव किशोर इस बीमारी से अधिक परेशान हैं। सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों द्वारा लिखी जाने वाली कोमबिथर फोर्ट टैबलेट नाम की इस दवा का डिमांड बिगत 10 दिन के अंदर तेजी से बढ़ा है। दवा व्यापारियों की मानें तो अगर मलेरिया का प्रकोप इसी तरह से रहा तो अगले एक सप्ताह में संबंधित रोग की दवा का स्टॉक खत्म हो जायेगा। क्योंकि शहर के गोविंद मित्रा दवा मंडी में सिर्फ एक सप्ताह का ही दवाओं का स्टॉक बचा है। डेंगू में सबसे अधिक पैरासिटामोल टैबलेट की खपत बढ़ी है। दवा एसोसिएशन के अनुसार शहर के गोविंद मित्रा दवा मंडी में रोजाना 45 से 48 लाख रुपये की पैरासिटामोल की बिक्री हो रही है।

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