बिहार में हॉकी टूर्नामेंट खेलने राजगीर आएगी पाकिस्तान की टीम, खेल मंत्रालय ने दी अनुमति

पटना। बिहार के राजगीर में आगामी 29 अगस्त से 7 सितंबर तक आयोजित होने वाले एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट को लेकर एक अहम निर्णय लिया गया है। खेल मंत्रालय ने पाकिस्तान की हॉकी टीम को टूर्नामेंट में भाग लेने की अनुमति दे दी है। इस फैसले से टूर्नामेंट को लेकर बना संशय समाप्त हो गया है और अब आयोजन की तैयारियों में तेजी लाई जा रही है।
मंत्रालयों के बीच हुई व्यापक चर्चा
पाकिस्तान की टीम की भागीदारी पर पहले ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत-पाकिस्तान के बीच चले आ रहे कूटनीतिक तनाव के कारण अनिश्चितता बनी हुई थी। लेकिन खेल मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय से विमर्श कर सभी पहलुओं पर विचार किया और आखिरकार ओलंपिक चार्टर के नियमों को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तानी टीम को अनुमति दी। यह निर्णय अंतरराष्ट्रीय खेल मूल्यों को बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है।
खेल जगत से मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि भारत में एक बार फिर बड़ा टूर्नामेंट हो रहा है और सभी मजबूत टीमें इसका हिस्सा बनेंगी। इससे खिलाड़ियों को उच्च स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा और खेल के विकास में भी मदद मिलेगी।
राजगीर में जोर-शोर से चल रही तैयारियां
राजगीर खेल परिसर इस बड़े आयोजन के लिए पूरी तरह सज्ज हो रहा है। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्रण शंकरण ने बताया कि पाकिस्तान की 31 सदस्यीय टीम राजगीर पहुंचेगी। इसकी पुष्टि के बाद स्थानीय प्रशासन, सुरक्षा एजेंसियों और खेल विभाग ने मिलकर आयोजन की तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
भारत में 18 साल बाद हो रहा एशिया कप
भारत में आखिरी बार एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट वर्ष 2007 में चेन्नई में आयोजित हुआ था। 18 साल के लंबे अंतराल के बाद यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट फिर से भारत में हो रहा है। इससे न केवल भारतीय खिलाड़ियों को घरेलू मैदान में खेलने का लाभ मिलेगा, बल्कि हॉकी प्रेमियों को भी विश्व स्तरीय मैचों का आनंद लेने का अवसर मिलेगा।
अन्य प्रतियोगिताओं में भी मिलेगी भागीदारी
खेल मंत्रालय के इस निर्णय का असर आने वाले कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों पर भी पड़ा है। पाकिस्तान की टीम अब चेन्नई और मदुरै में 28 नवंबर से 10 दिसंबर तक होने वाले जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में भी हिस्सा ले सकेगी। इसके अलावा सितंबर में आयोजित होने वाले निशानेबाजी जूनियर वर्ल्ड कप और दिल्ली में सितंबर-अक्टूबर में होने वाली वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों की भागीदारी संभव हो सकेगी।
खेल को जोड़ने वाला माध्यम माना गया
सरकार और खेल मंत्रालय द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन देशों के बीच संवाद और शांति का माध्यम हो सकते हैं। राजनीतिक तनाव के बावजूद खेलों को अलग रखना आवश्यक है, ताकि खिलाड़ियों के कैरियर पर इसका प्रभाव न पड़े और खेल भावना कायम रह सके। पाकिस्तान को एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट में भाग लेने की अनुमति देना भारत सरकार और खेल मंत्रालय की परिपक्व और संतुलित सोच को दर्शाता है। राजगीर में होने वाला यह आयोजन न केवल भारत के लिए गर्व की बात है बल्कि यह विश्व खेल मंच पर भारत की प्रतिष्ठा को भी मजबूत करेगा। खिलाड़ियों, दर्शकों और आयोजकों के लिए यह एक यादगार अवसर साबित हो सकता है।

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