अशोक राजपथ पर 300 साल पुराने मंदिर तोड़ने के फरमान पर बोले गिरिराज सिंह, हमलोग इसे टूटने नही देंगे

पटना। अशोक राजपथ पर पटना कॉलेज के सामने स्थित 300 साल पुराने ब्रह्म स्थान को डबल डेकर पुल के निर्माण के लिए तोड़ा-जाना है। इसके खिलाफ दुर्गा मंदिर के पुजारी अरविंद पाठक कई दिनों से धरना पर बैठे हैं। अब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस मंदिर के समर्थन में उतर गए हैं। मंदिर ना तोड़े जाने के समर्थन में आज गिरिराज सिंह धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान गिरिराज सिंह ने कहा कि इस भारत की पहचान सनातन से है। सनातन की पहचान दुर्गा, राम, कृष्ण, लक्ष्मी काली से है। गिरिराज सिंह ने आगे कहा कि लगातार यहां पर लोगों ने अनशन किया, धरना दिया, लेकिन उसके बाद भी मंदिर को तोड़ने की साजिश चल रही है। यह 300 साल पुराना मंदिर है। अंग्रेजों के जमाने में अगर यह नहीं टूटा तो, यह नए अंग्रेज अगर इसे तोड़ना चाहते हैं। हम इसका विरोध करेंगे। वही जदयू के एमएलसी और प्रवक्ता नीरज कुमार ने गिरिराज सिंह को जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री को पहले यह मालूम होना चाहिए अशोक राजपथ में मंदिर के बारे में वो किस पर ठीकरा फोड़ रहे हैं। उनके मित्र नवीन कुमार सिन्हा के पुत्र और भाजपा विधायक नितिन नवीन जब पथ निर्माण मंत्री थे, तब उनके कार्यकाल में सड़क का एलाइनमेंट पूरा हुआ था। तभी सड़क में आने वाले धार्मिक संरचना को हटाने का फैसला लिया गया था। इसका मतलब यह है कि गिरिराज सिंह जो कह रहे हैं उसके अनुसार उनकी पार्टी के विधायक भी सनातन विरोधी हैं। अगर वह सनातनी थे तो उनको सहमति ही नहीं देनी चाहिए था।
दुर्गा मंदिर के पुजारी बोले, मंदिर की है खास विशेषता
पुजारी का कहना है कि यह मंदिर प्राचीन काल का है। इस मंदिर की खास विशेषता है। सभी बड़े दिग्गज नेता जिन्होंने पटना कॉलेज से पढ़ाई की, इनमें बिहार के मुख्यमंत्री से लेकर उपमुख्यमंत्री तक इस मंदिर में आते हैं और आशीर्वाद लेते हैं। पुजारी के बेटों ने भी डीएम से गुहार लगाई है। कहा कि अगर यहां से मेट्रो निर्माण किया जा रहा है तो कुछ रास्ता निकाला जाए। ताकि मंदिर भी बचा रहे और विकास में भी कोई बाधा ना आए।

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