September 6, 2025

प्रदेश के 11 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट, चलेगी तेज हवाएं, विभाग ने वज्रपात से किया सावधान

पटना। बिहार में मानसून भले ही कमजोर पड़ा हो, लेकिन बुधवार को मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश और तेज हवाओं को लेकर अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र, पटना से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के 11 जिलों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने का भी अनुमान है। वहीं, 12 अन्य जिलों में बारिश के साथ वज्रपात को लेकर यलो अलर्ट घोषित किया गया है।
मानसून की सक्रियता 10 सितंबर के बाद बढ़ने की संभावना
मौसम विभाग का कहना है कि इस समय मानसून की रफ्तार धीमी है, जिस कारण राज्यभर में हल्की फुल्की बारिश हो रही है। फिलहाल पटना और उसके आसपास के इलाकों में 10 सितंबर तक भारी बारिश की संभावना नहीं है। इस दौरान लोगों को उमस और गर्मी का सामना करना पड़ेगा। दिन का तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक और रात का तापमान भी कम नहीं हो रहा है। हालांकि मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 10 सितंबर के बाद मानसून की सक्रियता बढ़ेगी। इस दौरान आसमान से झमाझम बारिश होगी, जिससे लोगों को उमस और गर्मी से बड़ी राहत मिलेगी।
उत्तर बिहार और सीमांचल में बारिश से किसान खुश, शहरों में मुश्किलें
विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार बारिश का मुख्य असर उत्तर बिहार और कोसी-सीमांचल क्षेत्रों में देखने को मिलेगा। यहां अच्छी मात्रा में वर्षा होने की संभावना जताई गई है। यह स्थिति खेती के लिए लाभकारी मानी जा रही है, क्योंकि अच्छी बारिश से खरीफ फसलों को मजबूती मिलेगी। दूसरी ओर, शहरी क्षेत्रों में लगातार बारिश की वजह से जलजमाव और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं के भी खड़े होने के आसार हैं।
नेपाल में बारिश का असर, कोसी नदी उफान पर
इधर, नेपाल में लगातार हो रही बारिश का असर बिहार के सीमावर्ती जिलों में दिखाई देने लगा है। सुपौल जिले में कोसी नदी उफान पर है। सोमवार रात करीब 1 बजे कोसी बराज से लगभग 2.75 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके चलते 56 गेटों में से 34 गेट खोलने पड़े। इस डिस्चार्ज का सीधा असर सुपौल जिले के बसंतपुर, निर्मली, मरौना, सरायगढ़-भपटियाही, किशनपुर और सदर अंचल क्षेत्रों पर पड़ा है। इन इलाकों में तटबंध के भीतर बसे दर्जनों गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है, लोग दहशत में हैं और प्रशासन सतर्क किया गया है।
मौसम का बदला मिजाज: कुछ जिलों में धूप, कहीं तेज बारिश
पिछले 24 घंटे में बिहार के कैमूर, मुंगेर और जमुई जिलों में बारिश दर्ज की गई है। दिनभर पटना, आरा और भागलपुर में तेज धूप रही, लेकिन रात होते-होते मौसम का मिजाज बदला और कई इलाकों में तेज बारिश हुई। इससे लोगों को उमस भरी गर्मी से कुछ राहत मिली। मुजफ्फरपुर 34.2 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान के साथ राज्य का सबसे गर्म जिला रहा। पटना का अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री, जबकि दरभंगा और मोतिहारी का 33.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
आसमान से दिखे हिमालय, मौसम साफ होने पर नज़ारा
बेतिया में मौसम साफ होने की वजह से लोगों को एक दुर्लभ दृश्य देखने को मिला। बुधवार सुबह शहर के गौनहा प्रखंड से नेपाल के हिमालय पर्वत श्रृंखला के बर्फीले शिखर स्पष्ट दिखाई दिए। स्थानीय लोग इस नजारे को देखने के लिए घरों की छतों पर जुट गए और इसका खूब आनंद लिया।
बिजली गिरने का खतरा, विभाग ने किया सतर्क
मौसम विभाग ने बारिश और हवा के साथ-साथ वज्रपात की आशंका को लेकर लोगों को सतर्क किया है। विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में जहां खेती-किसानी का काम जारी है, वहां खेतों में काम करते समय सावधानी बरतने और खुले स्थानों से बचने की सलाह दी गई है। कुल मिलाकर, बिहार में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। जहां एक ओर अगले कुछ दिनों तक उमस और गर्मी लोगों को परेशान करेगी, वहीं 10 सितंबर के बाद होने वाली झमाझम बारिश से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है। किसानों के लिए यह बारिश वरदान साबित हो सकती है, लेकिन कोसी नदी के उफान और शहरी इलाकों में जलजमाव प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं।

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