जरूरी खबर : टीका के लिए ONLINE रजिस्ट्रेशन का नियम बदला, अब 4 अंकों के सिक्योरिटी कोड से होगी पहचान

पटना। कोरोना से बचाव के लिए टीका लगावने के लिए जरूरी खबर है। टीका के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन का नियम अब बदल गया है। शनिवार से को-विन पोर्टल में नया फीचर जोड़ दिया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। टीका के लिए अब आनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर 4 अंकों का सिक्योरिटी कोड आएगा, जिसे बताना होगा। इसी के आधार पर वैक्सीनेशन किया जाएगा।
बिना 4 अंकों का कोड दिए नहीं लग पाएगा टीका
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऐसे कई अड़चनों को दूर करने और नागरिकों को असुविधा से बचाने के लिए को-विन पोर्टल के कोविन एप्लीकेशन में 4 अंकों वाला सिक्योरिटी कोड शुरू करने का फैसला किया है। अब पहले पुष्टि की जाएगी कि टीका के लिए आया व्यक्ति पात्र है या नहीं, इसके बाद उसे टीका लगाने के पहले 4 अंकों वाला सिक्योरिटी कोड पूछा जाएगा। उसके बाद उस अंक को को-विन सिस्टम में दर्ज कर दिया जाएगा। यह नया फीचर केवल उन लोगों के लिए लागू होगा, जिन्होंने टीकाकरण के लिए आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है। यह कोड बुकिंग के बाद लाभार्थी को एसएमएस के जरिए भेजा जाएगा।
अब नहीं होगी ऐसी समस्या
पटना के प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसपी विनायक ने बताया कि टीकाकरण में जो भी बदलाव आते हैं, उन्हें सेंटर को अपडेट करा दिया जाता है। ऐसे मामले सामने आ रहे थे कि को-विन पोर्टल पर आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद अगर लाभार्थी निर्धारित दिन टीका लगवाने नहीं जा पाया तो भी उसके मोबाइल पर टीका की खुराक लेने का एसएमएस आ जाता था। बिहार में ऐसे मामलों की संख्या काफी कम रही, लेकिन अन्य प्रदेशों में शिकायत अधिक मिली है। जांच में पाया गया कि टीकाकरण करने वालों की गलती के कारण लाभार्थियों के पास गलत सूचनाएं चली जाती थीं, जबकि व्यक्ति को टीका नहीं लगा होता था। इस तरह की समस्या को दूर करने के लिए ही सुरक्षा कोड लाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी 18+ के टीकाकरण को लेकर भी तैयारी चल रही है।
जान लें यह बात
स्वास्थ्य विभाग का निर्देश है कि लाभार्थी रजिस्ट्रेशन स्लिप, अपना पंजीकृत मोबाइल, जिस पर एसएमएस आया है, उसे अपने साथ रखें, ताकि टीकाकरण की प्रक्रिया में कोई बाधा नहीं आने पाए। चार अंकों वाले सिक्योरिटी कोड को सुरक्षित रखें। वैक्सीन लगने के बाद लाभार्थी को एक मैसेज आएगा, जो इस बात का प्रमाण होगा कि टीकाकरण की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी हो गई है और डिजिटल प्रमाण पत्र बन गया है। अगर किसी को एसमएस नहीं मिलता है तो उसे संबंधित टीकाकरण केंद्र से संपर्क करना होगा।
