पटना में 25 हजार का कुख्यात इनामी अपराधी गिरफ्तार, पुलिस ने दानापुर स्टेशन के पास दबोचा
पटना। राजधानी पटना में अपराध पर नकेल कसने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है। इसी क्रम में सोमवार की देर रात पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी जब उसने 25 हजार रुपए के इनामी बदमाश विजय राय को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी दानापुर रेलवे स्टेशन के पास की गई, जहां से वह किसी ट्रेन से भागने की फिराक में था। पुलिस की तत्परता और गुप्त सूचना के आधार पर की गई इस कार्रवाई को राजधानी की हालिया बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
दानापुर स्टेशन के पास से हुई गिरफ्तारी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, विजय राय सोमवार रात दानापुर स्टेशन के आसपास घूम रहा था। उसे शक था कि पुलिस उसकी निगरानी कर रही है, इसलिए वह जल्द से जल्द शहर छोड़ने की तैयारी में था। इसी बीच पटना सिटी पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि वांछित अपराधी दानापुर स्टेशन के पास मौजूद है और किसी ट्रेन से फरार होने की कोशिश कर सकता है। सूचना मिलते ही पुलिस की एक विशेष टीम ने मौके पर पहुंचकर चारों ओर घेराबंदी कर दी और कुछ ही मिनटों में विजय राय को दबोच लिया।
कई महीनों से पुलिस की पकड़ से बाहर था
विजय राय लंबे समय से पुलिस की गिरफ्त से दूर था। पटना के कई थानों में उसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास और लूटपाट जैसे गंभीर आरोपों में मामले दर्ज हैं। पुलिस की कई टीमों ने पहले भी उसकी तलाश की थी, लेकिन हर बार वह बच निकलने में सफल रहा। इस बार गुप्तचर विभाग की सटीक सूचना और सिटी पुलिस की तत्परता के चलते वह पुलिस के शिकंजे में आ गया।
सिटी एसपी ने की गिरफ्तारी की पुष्टि
पटना सिटी के एसपी पूर्वी परिचय कुमार ने विजय राय की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि यह वही अपराधी है, जिसके सिर पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस को उसके बारे में लगातार इनपुट मिल रहे थे, लेकिन वह हर बार लोकेशन बदल लेता था। सोमवार रात मिली सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उसे धर दबोचा। फिलहाल उससे पूछताछ जारी है और उसके आपराधिक नेटवर्क को खंगाला जा रहा है।
मालसलामी हत्या कांड में भी था वांछित
विजय राय का नाम पटना सिटी के मालसलामी थाना क्षेत्र में दर्ज एक हत्या के मामले में प्रमुख रूप से सामने आया था। इस केस में पुलिस को पुख्ता सबूत मिले थे कि विजय राय ही हत्या की साजिश में शामिल था। इसके अलावा उस पर हत्या के प्रयास और अवैध हथियार रखने के भी कई मामले दर्ज हैं। लगातार फरार रहने के कारण पुलिस ने कुछ महीने पहले उस पर इनाम घोषित कर दिया था।
गिरफ्तारी के पीछे पुलिस की रणनीति
पुलिस ने इस गिरफ्तारी के लिए एक सटीक रणनीति अपनाई थी। सूचना मिलते ही आसपास के इलाकों में सादी वर्दी में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। दानापुर स्टेशन के हर निकास और प्रवेश द्वार पर निगरानी रखी गई। जब विजय राय स्टेशन के पास पहुंचा, तो पुलिस ने बिना किसी हंगामे के उसे गिरफ्तार कर लिया। इस पूरी कार्रवाई में स्थानीय पुलिस और अपराध शाखा के अधिकारी शामिल थे।
पूछताछ में खुल सकते हैं कई राज
गिरफ्तारी के बाद विजय राय से पूछताछ की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि उसकी निशानदेही पर कई पुराने मामलों का खुलासा हो सकता है। यह भी जांच की जा रही है कि फरारी के दौरान उसने किन लोगों की मदद ली और किन जगहों पर छिपा रहा। पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि वह किसी बड़े गैंग से जुड़ा है या नहीं।
अपराध इतिहास और पुलिस की चुनौती
विजय राय का आपराधिक इतिहास लंबा रहा है। वह कई बार जेल जा चुका है, लेकिन जमानत पर छूटने के बाद फिर अपराध की दुनिया में लौट आता था। पुलिस के लिए उसे पकड़ना हमेशा चुनौती भरा रहा। खासकर, वह अपने ठिकाने बार-बार बदलता था और मोबाइल का इस्तेमाल बहुत सीमित करता था ताकि उसकी लोकेशन ट्रेस न हो सके।
स्थानीय लोगों में राहत की भावना
दानापुर और पटना सिटी इलाके के लोगों में उसकी गिरफ्तारी के बाद राहत की भावना देखी जा रही है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि विजय राय जैसे अपराधियों की वजह से इलाके में डर का माहौल बना रहता था। अब उसकी गिरफ्तारी से उम्मीद है कि अपराध पर अंकुश लगेगा और लोगों का पुलिस पर भरोसा और मजबूत होगा। पटना पुलिस की यह कार्रवाई साबित करती है कि अपराधियों को अब किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। गुप्त सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए जिस तरह विजय राय को गिरफ्तार किया गया, वह पुलिस की सतर्कता और रणनीति का परिणाम है। फिलहाल उससे पूछताछ जारी है और पुलिस उसके नेटवर्क की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। यह गिरफ्तारी न केवल पुलिस के लिए बड़ी सफलता है, बल्कि राजधानी में बढ़ते अपराध पर नियंत्रण की दिशा में एक मजबूत कदम भी मानी जा रही है।


