मुख्यमंत्री बिहार का विकास नहीं चाहते इस कारण किया नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार : रालोजपा

पटना। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रवक्ता चंदन सिंह ने कहा है की नीति आयोग की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री का भाग नहीं लेना ये बताता है कि अब मुख्यमंत्री को बिहार के विकास से कोई लेना देना नहीं है। नीतीश कुमार विकास की जो बात करते थे, उसको लेकर आज वो उदासीन हो गए हैं। जब से इन्होंने प्रधानमंत्री बनने का सपना देखना शुरू किया है तब से बिहार के विकास को लेकर पूरी तरह उदासीन हो गए हैं। चंदन सिंह ने कहा कि नीति आयोग की बैठक में अगर किसी राज्य के मुख्यमंत्री भाग लेते हैं तो इससे राज्य को फायदा होता है। केंद्र सरकार उनकी बातों को सुनती है और राज्य को आर्थिक सहायता भी करती है। लेकिन मुख्यमंत्री जबसे एनडीए से अलग हुए है वो लगातार प्रधानमंत्री का ही नहीं उनके द्वारा चलाए जा रहे विकास कार्यों का भी विरोध कर रहे हैं, जो कहीं से भी उचित नहीं है। चंदन सिंह ने कहा की अब मुख्यमंत्री को एनआरसी, धारा 370 जैसे मुद्दे भी ठीक नहीं लगते हैं। जब साथ थे तो मोदी सरकार की नीति उन्हे अच्छी लगती थी, अब सब कुछ खराब लग रहा है।

वही जब सीएम नीतीश कुमार से पूछा गया कि वे नीति आयोग की बैठक में शामिल क्यों नहीं हुए, तो उन्होंने कहा कि उसका कोई मतलब नहीं है। हम जाते तो फिर से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा की मांग करते। बिहार को केंद्र से जो मदद मिलनी चाहिए वो नहीं मिल रही है। अगर मदद मिलती तो बिहार काफी आगे बढ़ जाता।

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