एनएमसीएच के जूनियर डॉक्टर के हड़ताल पर,कहा सीनियर ही करने इलाज-ऑपरेशन
पटना सिटी (आनंद केसरी)। एनएमसीएच में एक बार फिर जूनियर डॉक्टर सोमवार को अपराह्न से हड़ताल पर चले गए। सोमवार को अस्पताल प्रशासन के साथ मीटिंग में वार्ता विफल होने के बाद जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ रवि रंजन प्रसाद ने हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी। दरअसल गाईनी में प्रसव के लिए आई महिला के इलाज में कोताही के बाद उसकी मौत हो गई। परिजन ने इसकी लिखित शिकायत अस्पताल प्रशासन से की। इसी के बाद बचाव में जूनियर डॉक्टर स्ट्राइक पर चले गए।
क्या है पूरा मामला: मेहंदीगंज थाना के रानीपुर नीमतल के रहने वाले संतोष कुमार अपनी पत्नी रुपा रानी को प्रसव के लिए 30 अगस्त को गाइनी में डॉ अलका सिंह की यूनिट में भर्ती कराया था। ऑपरेशन की बात कही गई। डॉ की ड्यूटी समाप्त होने पर रात में दूसरे डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट देखने के बाद ही ऑपरेशन करने और तबतक टहलाने की बात कही। लेबर रूम का अल्ट्रासाउंड मशीन महीनों से खराब पड़ा है। दूसरे दिन अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट लाने के बर्फ भी टाल-मटोल की स्थिति में 31 अगस्त को अपराह्न में रुपा ने दम तोड़ दिया। पति संतोष कुमार ने अस्पताल प्रशासन को लिखित में डॉक्टर की लापरवाही से पत्नी की मौत को जिम्मेवार बताते हुए शिकायत दर्ज कराई।
डॉ के बचाव में आंदोलन शुरू: इसके बाद बिना घोषणा के जेडीए के द्वारा ड्यूटी पर रहते काम नहीं किया गया। ऑपरेशन भी बाधित रहा। मरीजों को परेशानी होने लगी।
अस्पताल प्रशासन से वार्ता विफल: सोमवार को एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ चंद्रशेखर और डीएस डॉ गोपाल कृष्ण के साथ जेडीए की मीटिंग हुई। इसमें कहा गया कि मांगों पर कार्रवाई चल रही है। कुछ समय लगेगा। इस पर जेडीए के अध्यक्ष डॉ रविरंजन प्रसाद, डॉ राहुल शेखर, डॉ आशा ठाकुर, डॉ निर्मला, डॉ उमेश कुमार, डॉ राजेश, डॉ लालबिहारी, डॉ संजीव कुमार, डॉ अमित आदि ने कहा कि प्रधान सचिव भी आकर मांगों की पूर्ति के लिए आश्वासन दे गए, मगर अबतक पूरा नहीं हुआ। समय-सीमा 10 सितंबर है।
क्या है जेडीए की मांग: गाइनी में डॉक्टर के साथ हाथापाई करने वाले मरीज रूपा रानी के सभी परिजन पर एफआईआर किया जाए, तीनों इमरजेंसी में अलार्म सिस्टम, बेरिकेडिंग, कॉरिडोर में सीसीटीवी लगाने, लेबर रूम के डैमेज उपकरण को दुरुस्त करने, तीनों सेंट्रल इमरजेंसी, शिशु और गाइनी में आर्म्स के साथ तेज-तर्रार गार्ड की तैनाती करने, सभी पीजी डॉक्टर को होस्टल उपलब्ध करा सभी सुविधा उपलब्ध कराने, इमरजेंसी में मरीज के दो परिजन को जाने को पास उपलब्ध कराने आदि है। जेडीए के अध्यक्ष डॉ रवि रंजन प्रसाद ने कहा कि जूनियर डॉक्टर कोई काम बाधित नहीं करेंगे। सीनियर डॉक्टर मरीज को देख इलाज और ऑपरेशन करें।