बिहार के कल्याण के लिए नीतीश का समाजवाद जरूरी, विपक्ष का परिवारवाद नहीं : राजीव रंजन

पटना। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा कि बिहार का राजनीतिक इतिहास गवाह है कि परिवारवादी दलों ने हमेशा ही राज्य व जनता का शोषण किया है। नीतीश के समाजवादी शासन से पहले बिहार में कैसी अंधेरनगरी थी उसे लोग भूले नहीं हैं। परिवारवादीयों के राज में जहां सिर्फ एक ख़ास परिवार और उनकी पालकी ढ़ोने वालों का विकास हुआ, वहीं नीतीश राज में पहली बार आम जनता के दरवाजे पर विकास की पहुंच हुई। उन्होंने आगे कहा कि यह नीतीश राज का समाजवादी मॉडल ही है। जिसके कारण आज बिहार की 10।98 की विकास दर, देश के विकास दर से भी अधिक है। वहीं परिवारवादी शासन में बीमारू कहा जाने वाला यह राज्य आज देश के तेजी से बढ़ने वाले राज्यों में आज तीसरे नंबर पर पहुंच चुका है। तेजी से हुए विकास के कारण तब के मुकाबले आज बिहार का बजट 10 गुणा अधिक हो चुका है।

इस विकास की खासियत यह है कि इससे किसी ख़ास परिवार के बजाए आम बिहारवासियों के जीवनस्तर में सुधार हुआ है। आज उन्हें बिजली, पानी, सड़क, रसोई गैस, शौचालय जैसी मुलभुत सुविधाएं मिल रही हैं, वहीं उनकी आमदनी भी भी लगातार बढ़ रही है। उन्होंने आगे कहा कि परिवारवादी शासन में जहां सड़कों और गड्ढों में फर्क नहीं दिखता था। वहीं आज बिहार में कुल सड़कों का घनत्व 31।69 किलोमीटर प्रति 1000 वर्ग किलोमीटर भौगोलिक क्षेत्रफल पर पहुंच चुका है। यह देश में केरल व पश्चिम बंगाल के बाद सर्वाधिक है। नीतीश जी के समाजवादी शासन में स्वास्थ्य, शिक्षा, जलापूर्ति विद्युत गैस कनेक्शन जैसे जन उपयोगी सेवा में भी काफी वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले 16 साल में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बिहार ने 11 गुना व शिक्षा के क्षेत्र में 8 गुना खर्च की वृद्धि की है। परिवारवादी शासन में ऐसा सोचना भी मुमकिन नहीं था।

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