मोतिहारी में मोदी की सभा में बोले नीतीश, कहा- पहले कुछ नहीं हुआ, हम फ्री बिजली और एक करोड़ रोजगार देने जा रहे

मोतिहारी/पटना। मोतिहारी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में आयोजित जनसभा में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता को संबोधित करते हुए अपने शासनकाल की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बीते वर्षों की सरकारों की तुलना में वर्तमान सरकार के कामकाज को जनता के सामने रखा और लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व में चले शासन को ‘जंगलराज’ कहते हुए उस दौर की अव्यवस्था की याद दिलाई।
बिजली और घर देने की घोषणा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज बिहार के हर गांव-हर टोले तक बिजली पहुंच चुकी है, जबकि पहले बिजली की व्यवस्था बेहद खराब थी। उन्होंने घोषणा की कि सरकार 125 यूनिट तक बिजली मुफ्त में देने जा रही है। साथ ही, जरूरतमंदों को रहने के लिए घर भी उपलब्ध कराए जाएंगे। यह घोषणा इस बात को दर्शाती है कि राज्य सरकार गरीब और पिछड़े वर्ग के लोगों की बुनियादी आवश्यकताओं को प्राथमिकता दे रही है।
रोजगार और पेंशन योजनाओं की जानकारी
नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार अगले पांच वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को रोजगार और नौकरी उपलब्ध कराने की योजना बना रही है। उन्होंने बताया कि पहले घोषित 10 लाख सरकारी नौकरियों का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है और अब 10 लाख रोजगार की योजना को बढ़ाकर 29 लाख तक कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, विधवा पेंशन को 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये प्रति माह कर दिया गया है, जिससे लगभग 1 करोड़ 11 लाख लोगों को लाभ मिलेगा।
सड़कों और पुलों के निर्माण का उल्लेख
मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल की अन्य उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य में सड़कों, पुलों और बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है। हर गांव और टोले को पक्की सड़कों से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों में इन बुनियादी आवश्यकताओं की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया था, जबकि आज राज्य सरकार इस दिशा में बड़ी मात्रा में निवेश कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी की घोषणाएं
इस सभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पूर्वी चंपारण जिले के लिए 700 करोड़ रुपए की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने देश के लिए चार नई ‘अमृत भारत ट्रेन’ को हरी झंडी दिखाने का काम किया, जिनमें से एक ट्रेन मोतिहारी से दिल्ली के बीच चलेगी। साथ ही, समस्तीपुर-बछवाड़ा रेल खंड पर ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सुविधा को राष्ट्र को समर्पित किया गया।
रेल परियोजनाओं से बढ़ेगी रफ्तार
मोदी ने दरभंगा-थलवाड़ा और समस्तीपुर-रामभद्रपुर रेल लाइन के दोहरीकरण का भी उद्घाटन किया, जो कि 580 करोड़ रुपये की लागत वाली दरभंगा-समस्तीपुर रेल परियोजना का हिस्सा है। इन परियोजनाओं से बिहार में ट्रेनों की गति बढ़ेगी और लेटलतीफी में कमी आएगी।
राज्य और केंद्र की साझेदारी पर जोर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि जब राज्य और केंद्र की सरकारें मिलकर काम करती हैं, तभी व्यापक विकास संभव होता है। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों में राज्य के विकास के लिए न तो संसाधन खर्च किए जाते थे और न ही इच्छाशक्ति दिखाई देती थी, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। मोतिहारी की यह सभा न केवल विकास की नई योजनाओं की घोषणा का मंच बनी, बल्कि यह राज्य सरकार की उपलब्धियों को जनता के समक्ष प्रस्तुत करने का एक अवसर भी रही। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने भाषण में जहां पूर्ववर्ती सरकारों की आलोचना की, वहीं केंद्र और राज्य की साझेदारी को बिहार के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बताया।
