पीएम की जनसभा में नीतीश का लालू हमला, कहा- बिहार को नहीं केवल परिवार को आगे बढ़ाया, इधर-उधर वोट मत कीजिएगा
समस्तीपुर/पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रचार ने अब पूरी रफ्तार पकड़ ली है। राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। इसी क्रम में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के समस्तीपुर जिले से अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की। यह इलाका जनता दल यूनाइटेड (जदयू) का मजबूत गढ़ माना जाता है। समस्तीपुर जिले की कुल दस विधानसभा सीटों में सात पर जदयू, दो पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और एक पर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के उम्मीदवार मैदान में हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी और नेताओं की एकजुटता
समस्तीपुर में आयोजित इस विशाल जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, लोजपा (रा) प्रमुख चिराग पासवान, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय सहित एनडीए के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। मंच पर इन नेताओं की एकजुटता ने एनडीए गठबंधन की मजबूती का संदेश दिया।
नीतीश कुमार का लालू परिवार पर तीखा प्रहार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए अपने राजनीतिक विरोधियों पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि 2005 से पहले बिहार की स्थिति बहुत दयनीय थी। उस समय राज्य में अव्यवस्था, भ्रष्टाचार और अराजकता का माहौल था। उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार को 15 साल का लंबा अवसर मिला, लेकिन उन्होंने बिहार के विकास के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया। विशेष रूप से महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कोई पहल नहीं की गई। नीतीश कुमार ने कहा कि जब सत्ता उनके हाथ से जाने लगी, तो उन्होंने अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बना दिया। इसका अर्थ यह था कि उन्हें बिहार के विकास की चिंता नहीं थी, बल्कि अपने परिवार को आगे बढ़ाने की ही इच्छा थी। नीतीश ने कहा कि उनकी सरकार ने जब सत्ता संभाली, तब बिहार की दशा बदलने की शुरुआत हुई।
“दो बार गलती हुई, अब नहीं होगी”
मुख्यमंत्री ने अपने राजनीतिक सफर का जिक्र करते हुए कहा कि दो बार हमने गलती की थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी के अंदर कुछ लोगों की गड़बड़ी के कारण परिस्थितियां बनीं, लेकिन अब वह गलती नहीं दोहराई जाएगी। नीतीश ने कार्यकर्ताओं और जनता से अपील की कि वे किसी प्रकार के भ्रम में न पड़ें और इधर-उधर वोट न दें। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे एनडीए को वोट दें ताकि बिहार का विकास लगातार जारी रहे।
बिहार के विकास कार्यों की झलक
अपने संबोधन में नीतीश कुमार ने सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों की चर्चा की। उन्होंने बताया कि 2005 के बाद से एनडीए की सरकार ने बिहार को एक नई दिशा दी है। सड़कों, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला कल्याण के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल की गई हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में महिलाओं के लिए एक नई योजना शुरू की गई है, जिसके तहत रोजगार सृजन के उद्देश्य से प्रत्येक पात्र महिला को 10 हजार रुपये की सहायता दी जा रही है। अब तक लगभग 21 लाख महिलाओं को इस योजना का लाभ मिल चुका है। नीतीश कुमार ने कहा कि महिलाओं की भागीदारी के बिना कोई भी समाज आगे नहीं बढ़ सकता। इसलिए उनकी सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लगातार काम किया है।
प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति और बिहार के लिए संदेश
नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि वे बिहार के विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के सहयोग से राज्य में केंद्र की कई योजनाएं सफलतापूर्वक चल रही हैं, जिनसे आम जनता को सीधा लाभ मिल रहा है। नीतीश ने यह भी कहा कि बिहार अब विकास की नई ऊँचाइयों को छूने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि यह क्षेत्र भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की जन्मभूमि है, जिनका जीवन समाजवाद और जनसेवा को समर्पित था। नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का इस भूमि पर आना सम्मान की बात है, क्योंकि उन्होंने भी कर्पूरी ठाकुर के आदर्शों को सम्मान दिया है। समस्तीपुर की इस जनसभा में नीतीश कुमार ने जहां एक ओर अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाया, वहीं दूसरी ओर अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वी लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने यह स्पष्ट संदेश दिया कि बिहार को स्थिर और विकासशील बनाए रखने के लिए एनडीए की सरकार जरूरी है। उनके भाषण का मूल भाव यह था कि राज्य के मतदाता किसी प्रकार के भ्रम या प्रलोभन में न आएं और एनडीए को ही अपना समर्थन दें ताकि बिहार का विकास अवरुद्ध न हो। इस जनसभा ने स्पष्ट रूप से दिखा दिया कि बिहार में चुनावी माहौल अब पूरी तरह गरमा चुका है और एनडीए तथा महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर तय है।


