पटना में मुख्यमंत्री ने 1.11 करोड़ लोगों के खातों में पैसे किये ट्रांसफर, डीबीटी से भेजी गई 1227 करोड़ की राशि

- नीतीश का लालू पर फिर हमला, कहा- 20 साल पहले कोई कुछ नहीं करता था, हम दो बार गलती से उधर चले गए
पटना। बिहार सरकार द्वारा सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत राज्य के 1.11 करोड़ पात्र लाभार्थियों के बैंक खातों में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से कुल 1227 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपस्थिति में शुक्रवार को आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में यह राशि लाभार्थियों को भेजी गई। इस पहल से राज्य के लाखों बुजुर्गों, विधवाओं और दिव्यांगजनों को सीधा लाभ मिला है।
बढ़ी हुई पेंशन की शुरुआत
सरकार ने हाल ही में पेंशन राशि को 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये प्रति माह कर दिया था। यह निर्णय राज्य के सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क को सशक्त बनाने के उद्देश्य से लिया गया। शुक्रवार को पहली बार बढ़ी हुई राशि सीधे लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर की गई। हर लाभार्थी को एकमुश्त 1100 रुपये प्राप्त हुए।
राज्य भर में हुआ आयोजन
शुक्रवार को इस अवसर पर पटना में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दोनों उपमुख्यमंत्री मौजूद रहे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों के लाभार्थियों से ऑनलाइन बातचीत की और उनकी प्रतिक्रियाएं सुनीं। समारोह का सीधा प्रसारण राज्य के सभी 38 जिलों के मुख्यालयों, 534 प्रखंडों, 8053 पंचायतों और 43,000 से अधिक राजस्व गांवों में किया गया। कुल मिलाकर, इस आयोजन में पूरे बिहार से लगभग 60 लाख से अधिक लोगों की भागीदारी रही।
लालू यादव पर तंज, 20 साल से पहले कोई क्या करता था, हम गलती से दो बार उधर चले गए
शुक्रवार को कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने विपक्ष, खासकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और उसके नेता लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधा। नीतीश कुमार ने कहा कि 20 साल पहले तक कोई कुछ नहीं करता था और हम गलती से दो बार उनके साथ चले गए थे। उन्होंने विपक्ष के योगदान को नगण्य बताते हुए कहा कि अब बिहार में राजनीति की दिशा बदल चुकी है और आगे केवल विकास की बात होगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब कोई भ्रम नहीं रहेगा और वे लगातार जनता के हितों के लिए काम करते रहेंगे। अब हम आगे कभी इधर-उधर नहीं होंगे, एक साथ रहेंगे और विकास की राह पर आगे बढ़ेंगे।”
लाभार्थियों की प्रतिक्रियाएं
कार्यक्रम के दौरान कई लाभार्थियों ने अपनी बात मुख्यमंत्री से साझा की। पूर्णिया की रीता देवी ने बताया कि उनके पति का निधन 2008 में हो गया था। 2013 से उन्हें विधवा पेंशन मिल रही है, लेकिन 400 रुपये की राशि में जीवन यापन कठिन था। अब बढ़ी हुई राशि से उन्हें काफी राहत मिलेगी। गया की अमोल देवी ने कहा कि अब 1100 रुपये की पेंशन से वे सम्मानपूर्वक जीवन जी सकेंगी। भोजपुर की प्रभाती देवी ने कहा कि वह और उनके पति पिछले 15 वर्षों से केवल 400 रुपये पेंशन पर निर्भर थे, अब यह राशि बढ़ने से बड़ी मदद मिलेगी।
महिलाओं के सशक्तिकरण पर विशेष जोर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस अवसर पर महिलाओं की भूमिका और स्थिति में सुधार को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने बताया कि राज्य में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया गया है और उनकी आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब महिलाएं पहले की तुलना में अधिक आत्मनिर्भर हुई हैं और समाज में उन्हें सम्मानजनक स्थान प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि अब महिलाएं बेहतर जीवनशैली अपना रही हैं और सामाजिक बदलाव की धुरी बन चुकी हैं।
आने वाले समय की योजनाएं
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सरकार अगले महीने 10 अगस्त को फिर से एक बड़ी राशि सभी पात्र लाभार्थियों को ट्रांसफर करेगी। यह निरंतर सहायता लोगों के जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में एक बड़ा कदम है। नीतीश कुमार ने दोहराया कि सरकार का उद्देश्य सभी वर्गों को सम्मान और सुरक्षा देना है।
विकास की राह पर बिहार
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि बिहार अब तेज गति से विकास की दिशा में बढ़ रहा है। सरकार सभी वर्गों के उत्थान के लिए लगातार प्रयासरत है और कोई भी वर्ग पीछे नहीं रहेगा। उन्होंने जनता को आश्वस्त किया कि सरकार की प्राथमिकता समाज में समरसता, सम्मान और सुरक्षा को कायम रखते हुए आर्थिक सशक्तिकरण को सुनिश्चित करना है। यह पहल न केवल एक वित्तीय सहायता है, बल्कि यह सरकार के सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की सोच का प्रमाण भी है। आने वाले समय में ऐसी योजनाओं के माध्यम से बिहार के कमजोर वर्गों को सशक्त करने की दिशा में और कदम उठाए जाएंगे।
