पीएम मोदी ने रोजगार मेले में 51 हज़ार से अधिक युवाओं दिया जॉब लेटर, पूरे देश में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से आयोजन
- प्रधानमंत्री बोले- युवा भारत की सबसे बड़ी शक्ति, यह हमारे भविष्य निर्माण की पूंजी और गारंटी है
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देशभर के युवाओं के लिए एक और बड़ा कदम उठाते हुए 16वें रोजगार मेले का आयोजन किया। इस अवसर पर उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद 51 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस आयोजन को राष्ट्रव्यापी स्तर पर 47 स्थानों पर एक साथ आयोजित किया गया।
रोजगार मेला बना राष्ट्रीय आंदोलन
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की सबसे बड़ी ताकत उसकी युवा शक्ति है। उन्होंने इसे भारत के भविष्य निर्माण की पूंजी और गारंटी बताया। उनका कहना था कि सरकार इस पूंजी को राष्ट्र की समृद्धि का सूत्र बनाने में पूरी तरह से जुटी हुई है। रोजगार मेले को अब एक नियमित प्रक्रिया बना दिया गया है, जिसमें विभिन्न सरकारी विभागों में नियुक्तियों के लिए चयनित युवाओं को औपचारिक रूप से नियुक्ति पत्र दिए जाते हैं।
देश की आर्थिक प्रगति और युवाओं की भूमिका
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने भारत की वैश्विक स्तर पर बढ़ती प्रतिष्ठा और आर्थिक ताकत की चर्चा की। उन्होंने कहा कि हाल ही में वे पांच देशों की यात्रा पर गए थे और वहां भारत की युवा शक्ति की सराहना हर मंच पर सुनाई दी। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है, और इस प्रगति में युवाओं की प्रमुख भूमिका है।
मिशन मैन्युफैक्चरिंग और बढ़ते अवसर
प्रधानमंत्री ने मिशन मैन्युफैक्चरिंग के तहत देश में बन रहे अवसरों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि PLI (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव) स्कीम के माध्यम से 11 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा किए गए हैं। इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में तेजी से विस्तार हो रहा है, जहां अब 300 से अधिक यूनिट कार्यरत हैं, जो पहले केवल दो या चार हुआ करती थीं।
डिफेंस और इंफ्रास्ट्रक्चर में रिकॉर्ड उपलब्धियां
डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में भारत नए रिकॉर्ड बना रहा है। डिफेंस प्रोडक्शन अब सवा लाख करोड़ रुपये को पार कर चुका है। साथ ही भारत अब दुनिया में सबसे अधिक लोकोमोटिव (इंजन) बनाने वाला देश बन गया है और इन्हें कई देशों में निर्यात भी किया जा रहा है।
गरीबी हटाने और ग्रामीण रोजगार पर फोकस
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि सरकार की योजनाओं के चलते 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आ चुके हैं। पीएम आवास योजना के तहत अब तक 4 करोड़ पक्के घर बनाए जा चुके हैं और 3 करोड़ और निर्माणाधीन हैं। इससे बड़ी संख्या में मजदूर, मिस्त्री, ट्रांसपोर्टर, ट्रक ऑपरेटर जैसे वर्गों को रोजगार मिला है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में।
रोजगार मेला: एक निरंतर प्रक्रिया
रोजगार मेला पहली बार अक्टूबर 2022 में शुरू हुआ था और तब से अब तक इसका आयोजन लगातार किया जा रहा है। अब तक करीब 9.73 लाख युवाओं को सरकारी क्षेत्र में नियुक्तियां दी जा चुकी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य था कि 2023 के अंत तक 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी जाए और यह लक्ष्य समय से पहले पूरा कर लिया गया है।
नव नियुक्त युवाओं को शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री ने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले सभी युवाओं को शुभकामनाएं दीं और कहा कि उनका काम चाहे किसी भी विभाग या क्षेत्र में हो, उसका लक्ष्य केवल एक होना चाहिए—राष्ट्र सेवा। उन्होंने कहा कि हर युवा को अपने कर्तव्य को पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी से निभाना चाहिए, जिससे भारत को एक समृद्ध और सशक्त राष्ट्र बनाया जा सके।


