October 28, 2025

गया में अवैध संबंध में हत्या, पति ने पत्नी को मारी गोली, वारदात के बाद आरोपी फरार

गया। बिहार के गया जिले में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जहां एक व्यक्ति ने अपनी ही पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना मंगलवार देर रात अतरी प्रखंड के टेउसा-मानपुर मेन रोड पर हुई। मृतका की पहचान सिढ गांव निवासी श्याम ठाकुर की पत्नी रीना देवी के रूप में हुई है। ग्रामीणों के अनुसार, पति-पत्नी के बीच पिछले काफी समय से विवाद चल रहा था, जो अंततः इस जघन्य अपराध तक पहुंच गया। पुलिस ने घटना स्थल से साक्ष्य एकत्र कर जांच शुरू कर दी है, जबकि आरोपी फरार है।
वारदात की पूरी कहानी
मंगलवार की रात रीना देवी अपने पति श्याम ठाकुर के साथ टेउसा बाजार गई थी। बताया जा रहा है कि कुछ घरेलू सामान खरीदने के बाद दोनों घर लौट रहे थे। रास्ते में टेउसा-मानपुर मुख्य सड़क के पास रीना देवी को गोली मार दी गई। गोली लगते ही वह सड़क किनारे गिर पड़ी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। सुबह जब लोगों ने सड़क के किनारे उसका शव देखा तो पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को खबर दी। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अधिकारी मौके से कारतूस के खोखे और अन्य साक्ष्य एकत्र कर रहे हैं।
पति पर लगा गंभीर आरोप
पुलिस और ग्रामीणों के अनुसार, हत्या का मुख्य आरोपी मृतका का पति श्याम ठाकुर है। श्याम पर अपनी पत्नी की हत्या करने का आरोप लगाया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि दोनों के बीच पिछले कई महीनों से तनाव चल रहा था। इस मामले में दो बार पंचायत भी की जा चुकी थी, लेकिन हर बार मामला विवादित ही रह गया। गांव में चर्चा है कि पति का अपनी सौतेली मां से अवैध संबंध था, जिसके कारण घर में अक्सर झगड़े होते थे। मृतका रीना देवी इस संबंध का विरोध करती थी, जिससे दोनों के बीच मतभेद और गहरा होता गया।
रिश्तों में अविश्वास और घरेलू कलह
स्थानीय लोगों का कहना है कि मृतका अक्सर अपने मायके वालों से शिकायत करती थी कि उसका पति उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करता है। परिवार में बढ़ते झगड़ों और अविश्वास ने रीना देवी की जिंदगी को नर्क बना दिया था। ग्रामीणों ने बताया कि परिवार और समाज के तमाम लोगों ने दोनों के बीच समझौता कराने की कोशिश की, लेकिन हालात नहीं सुधरे। श्याम ठाकुर के पिता ने कुछ साल पहले दूसरी शादी की थी। श्याम की सौतेली मां उसी घर में रहती थी। लोगों का कहना है कि श्याम और उसकी सौतेली मां के बीच अनुचित रिश्ते की चर्चा लंबे समय से गाँव में थी, जिसे रीना देवी स्वीकार नहीं कर पाई। इस वजह से पति-पत्नी के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था।
बेटे का चौंकाने वाला बयान
मृतका के छोटे बेटे ने पुलिस को जो बयान दिया, उसने मामले की गंभीरता को और बढ़ा दिया है। बेटे के मुताबिक, मंगलवार की रात उसके पिता ने मां को बाजार ले जाने की बात कही थी। वह दोनों को साथ जाते देख रहा था। देर रात जब पिता अकेले घर लौटे तो उसने मां के बारे में पूछा। इस पर पिता ने कहा कि “वह तो घर आ गई है” और कुछ देर बाद कहा “वह पीछे से आ रही है।”बेटे ने आगे बताया कि पिता ने उससे कहा कि “चलो तुम्हें नानी के घर छोड़ देता हूं,” लेकिन उसने जाने से इंकार कर दिया। इसके बाद रात करीब 3 बजे उसका पिता घर से अचानक भाग गया। बेटे ने यह भी बताया कि दिवाली के कुछ दिन पहले उसने अपने पिता के पास पिस्तौल देखी थी, जिसे उन्होंने अलमारी में छिपा रखा था। यह बयान पुलिस के लिए अहम सुराग बन गया है, क्योंकि इससे संकेत मिलता है कि आरोपी ने हत्या की साजिश पहले से रची थी।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
गया पुलिस ने घटना के तुरंत बाद इलाके में छापेमारी शुरू कर दी है। डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट है कि हत्या का मुख्य कारण पति-पत्नी के बीच चल रहा विवाद ही है। गोली नजदीक से मारी गई है और मृतका की पीठ में लगी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। डीएसपी ने यह भी बताया कि हत्या में प्रयुक्त हथियार की बरामदगी के लिए पुलिस विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। आसपास के थानों को भी सतर्क किया गया है और आरोपी के संभावित ठिकानों की पहचान की जा रही है।
ग्रामीणों में आक्रोश और भय
इस घटना के बाद गांव में भय और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि यह हत्या परिवारिक कलह और सामाजिक अव्यवस्था का दुखद परिणाम है। महिलाओं ने कहा कि रीना देवी एक शांत स्वभाव की महिला थी जो अपने दो छोटे बच्चों की परवरिश में लगी रहती थी। उसने कभी कल्पना नहीं की थी कि उसका पति ही उसका जीवन खत्म कर देगा। स्थानीय प्रशासन ने मृतका के परिवार को पूरी सहायता का आश्वासन दिया है। वहीं, गांव वालों ने आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। यह घटना न केवल एक पारिवारिक विवाद से उपजी त्रासदी है, बल्कि यह समाज के उस स्याह पक्ष को भी उजागर करती है, जिसमें रिश्तों में अविश्वास और नैतिक पतन हिंसा का कारण बनते जा रहे हैं। पति-पत्नी के बीच अविश्वास, संवादहीनता और आक्रोश ने न केवल एक महिला की जान ले ली, बल्कि दो मासूम बच्चों को भी बेसहारा कर दिया। पुलिस की जांच जारी है, परंतु यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि घरेलू विवादों को अनियंत्रित होने से पहले ही सुलझाना कितना जरूरी है। गया की यह वारदात दर्शाती है कि जब रिश्तों में सम्मान और समझ खत्म हो जाती है, तो जीवन तबाही की ओर बढ़ जाता है।

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