December 3, 2025

बिहार से मोदी का आतंकवाद पर प्रहार, कहा- आतंकवादियों को मिट्टी में मिला देंगे, उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी

मधुबनी/पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बिहार के मधुबनी में आयोजित राष्ट्रीय पंचायत दिवस के अवसर पर देश को एकजुटता और मजबूती का संदेश दिया। इस मौके पर उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकल्प दोहराया।
आतंकवादियों को मिलेगी कड़ी सजा
अपने संबोधन की शुरुआत पीएम मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि देकर की। उन्होंने कहा कि देश के नागरिकों का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और जिन्होंने यह घिनौना कृत्य किया है, उन्हें उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि आतंक के दोषियों को मिट्टी में मिला दिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद से देश की आत्मा कभी नहीं टूट सकती, और भारत इस लड़ाई में एकजुट होकर खड़ा है।
देशव्यापी एकजुटता का संदेश
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में यह स्पष्ट किया कि पहलगाम में मारे गए लोग अलग-अलग राज्यों से थे, कोई कन्नड़ बोलता था, कोई मराठी, कोई बांग्ला और कोई बिहार का लाल था। लेकिन आज पूरे देश का आक्रोश और पीड़ा एक जैसी है। उन्होंने कहा कि यह हमला न केवल इन मासूम लोगों पर था, बल्कि भारत की आस्था और आत्मा पर भी एक दुस्साहस था, जिसका जवाब जरूर मिलेगा।
अंतरराष्ट्रीय समर्थन और जवाबी रणनीति
पीएम मोदी ने बताया कि मानवता में विश्वास रखने वाले दुनियाभर के नेता और देश भारत के साथ खड़े हैं। उन्होंने ऐसे सभी देशों और उनके नेताओं का आभार जताया। उन्होंने यह भी कहा कि भारत आतंकवाद और उसके समर्थकों की पहचान करेगा, उन्हें ढूंढ निकालेगा और सजा देगा, चाहे वे धरती के किसी भी कोने में क्यों न हों।
पंचायती राज को मजबूती
अपने भाषण में पीएम मोदी ने पंचायती राज की महत्ता पर भी बल दिया। उन्होंने बताया कि कैसे गांवों और पंचायतों को सशक्त करने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। देशभर की दो लाख से अधिक पंचायतों को इंटरनेट से जोड़ा गया है और साढ़े पांच लाख से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर बनाए गए हैं, जिससे आम ग्रामीण नागरिकों को अपने दस्तावेज़ और सेवाएं आसानी से मिल रही हैं।
भूमि विवादों के समाधान की दिशा में काम
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि गांवों में भूमि विवाद एक बड़ी समस्या रही है, जिसे सुलझाने के लिए अब जमीन के रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण किया जा रहा है। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और कानूनी झंझटों में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ा और सकारात्मक बदलाव है जो ग्रामीण समाज में स्थायित्व लाएगा।
बिहार की भूमिका और महिलाओं की भागीदारी
पीएम मोदी ने बिहार की भूमिका की सराहना करते हुए बताया कि यह पहला राज्य था जिसने पंचायतों में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसके लिए बधाई दी और कहा कि आज दलित, पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग की बेटियां पंचायतों में सेवा दे रही हैं। यही असली लोकतंत्र की पहचान है, जहां हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित हो।
राष्ट्रकवि को श्रद्धांजलि
मोदी ने इस अवसर पर राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की। उन्होंने कहा कि दिनकर जी की रचनाएं आज भी देशवासियों को प्रेरणा देती हैं और उनके विचारों में आज भी एक क्रांतिकारी सोच जीवित है।
विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
प्रधानमंत्री ने मधुबनी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कुल 13,480 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। साथ ही उन्होंने नमो भारत सहित कई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई, जिससे बिहार के विकास को नई रफ्तार मिलने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह संबोधन एक ओर जहां आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति को दर्शाता है, वहीं दूसरी ओर पंचायती राज और ग्रामीण विकास की दिशा में उठाए गए ठोस कदमों की झलक भी देता है। उनका यह संदेश स्पष्ट था कि भारत आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई से पीछे नहीं हटेगा और साथ ही देश के गांवों को सशक्त बनाकर समग्र विकास की ओर अग्रसर रहेगा।

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