पाकिस्तान पर ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी का तीन देशों का दौरा रद्द, निर्देश जारी

नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पूरे देश को गौरवान्वित कर दिया है। इस जवाबी कार्रवाई को लेकर देशभर में सेना की जमकर सराहना हो रही है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने प्रस्तावित तीन देशों — नार्वे, क्रोएशिया और नीदरलैंड — की यात्रा को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है। प्रधानमंत्री की यह यात्रा 13 से 17 मई तक होनी थी, जिसमें वे कई द्विपक्षीय बैठकों एवं नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले थे। सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के कुछ घंटों बाद ही प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई गई। इस बैठक में प्रधानमंत्री ने सेना के अद्भुत पराक्रम की सराहना करते हुए कहा, “आज का दिन हम सभी भारतीयों के लिए गर्व का दिन है। हमारी सेना ने जो साहस और संकल्प दिखाया है, वह देश के हर नागरिक के हृदय में आत्मविश्वास भरता है। कैबिनेट बैठक में शामिल सभी मंत्रियों ने भी सेना की इस साहसी कार्रवाई की एक स्वर में प्रशंसा की और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। बैठक के बाद सरकार की ओर से बयान जारी करते हुए कहा गया कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए प्रधानमंत्री ने विदेश यात्रा रद्द करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय भारत की सुरक्षा और रणनीतिक प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री की प्रस्तावित यात्रा के दौरान यूरोप के इन देशों के साथ रणनीतिक साझेदारी, व्यापार, निवेश, ग्रीन एनर्जी और रक्षा क्षेत्र से जुड़ी वार्ताएं होनी थीं। साथ ही, प्रधानमंत्री नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले थे, जिसमें भारत की भूमिका को वैश्विक मंच पर मजबूती से रखा जाना था। हालांकि, अब यह यात्रा स्थगित कर दी गई है और नई तारीखों की घोषणा बाद में की जाएगी। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ज़रिए भारतीय सेना ने उन आतंकियों को निशाना बनाया जिन्होंने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हमारे सुरक्षाबलों पर कायराना हमला किया था। सेना की इस कार्रवाई को बेहद सटीक, सुनियोजित और सीमित समय में पूरा किया गया, जिससे दुश्मनों के मंसूबों को करारा जवाब मिला है। इस पूरे घटनाक्रम ने देशवासियों में नई ऊर्जा और विश्वास का संचार किया है। सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक, हर जगह सेना और सरकार के इस साहसी रुख की चर्चा हो रही है। विपक्षी दलों ने भी इस कार्रवाई की सराहना की है और आतंक के खिलाफ एकजुट होने का संदेश दिया है। प्रधानमंत्री की विदेश यात्रा रद्द करने का यह फैसला दर्शाता है कि सरकार देश की सुरक्षा को सर्वोपरि मानती है। वर्तमान संवेदनशील हालातों में यह कदम निर्णायक और समयानुकूल माना जा रहा है। ऐसे में यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में भारत की कूटनीतिक रणनीति किस दिशा में आगे बढ़ेगी।
