एतवारपुर पहुंची सांसद मीसा भारती को महिलाओं ने दिखाया पुलिस की पिटाई के जख्म

फुलवारी शरीफ: एतवारपुर में जुआ खेल रहे युवक़ों से पुलिस की झड़प और पत्थरबाजी के बाद पुलिस फायरिंग में मारे गए अभिषेक उर्फ चिंटू के परिजनों से मिलने पहुंची राजद की राज्य सभा सांसद डॉ मीसा भारती और बिहार प्रदेश महिला राजद अध्यक्ष आभा लता के सामने पीड़ित परिवार का दर्द छलक उठा। सांसद ने मृतक के परिजनो मां सुनैना देवी, गर्भवती पत्नी ममता देवी और पिता बालदेव राय से मुलाकात के दौरान भावुक हो गयी । परिजनों ने सांसद को बताया कि पुलिस ने उनके निर्दोष बेटे की हत्या करके जुल्मो सितम की इन्तेहाँ कर दी । मृतक की माँ और पत्नी सांसद के साथ लिपट कर विलाप करने लगीं तो सबकी आंखे नम हो गयी । सांसद ने सभी परिजनों को ढाढस बंधाया और न्याय दिलाने का अस्वासन दिया । यहाँ एतवारपुर की दर्जनों महिलाओं ने सांसद को बताया कि घटना के बाद पुलिस फोर्स उनके घरों में घुसकर लाठी डंडे से बेरहमी पूर्वक पिटाई की । पुलिस की लाठी से पिटाई से जख्मी महिलाओं ने सांसद डॉ मीसा भारती को अपनी अंदरूनी जख्म दिखाते हुए बिलख पड़ी ।

सांसद डॉ मीसा भारती ने कहा जब उन्होंने इस मामले में परिजनों से बात कर पूछा कि एफआईआर क्या हुआ है । तब प्राथमिकी दर्ज कराने की रिसीविंग दिखाते हुए कहा गया की पुलिस ने अबतक केस नम्बर नही दिया है । इसपर सांसद को शंका हुई कि एफआईआर नही हुआ है। इसके बाद सांसद डॉ मीसा भारती मृतक अभिषेक के पिता बालदेव राय को लेकर परसा बाजार थाना पहुंच गई । वहां सांसद ने पुलिस से पूछा कि एफआईआर अगर हुई है तो दिखाइये। इसपर कहा गया की एफआईआर हो गयी है । जब सांसद ने पुलिस से एफआईआर नम्बर मांगी तो पुलिस को पसीने छूट गए । सांसद ने पुलिस को फटकार लगाते हुए अपने सामने ही एफआईआर दर्ज कराया और केस नम्बर 360 / 18 दिया गया । सांसद ने कहा कि पुलिस झूठ बोल रही थी कि एफआईआर हो गयी है । यह गंभीर मामला है । उन्होंने कहा कि पुलिस ने निर्दोष युवक की गोली मारकर हत्या कर दी और बर्बरतापूर्ण करवाई करके महिलाओं तक को जमकर पिटाई की । इस सरकार में पुलिस बेलगाम हो गयी है । उन्होंने इस मामले में गोली मारने वाले दरोगा पर सख्त करवाई करने, हत्या की मामला चलाने की मांग भी की है।उन्होंने पुलिसिया करवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि किसके इशारे पर पुलिस ने इतने बड़े कांड में दूसरे दिन भी एफआईआर तक दर्ज नही किया था । इसकी भी जांच होनी चाहिए। सांसद ने कहा की वह थाना जाकर जांच की तो पता चला कि एफआईआर नही हुआ है। उन्होंने कहा कि इस घटना में शामिल पुलिसकर्मियों की संलिप्तता की निष्पक्ष जांच कराकर दोषी को कड़ी सजा दिलाया जाए।

 

About Post Author

You may have missed