उपद्रव मामला: 30 दिनों में समर्पण नहीं करने पर घरों की होगी कुर्की
मसौढी। पिछले 28 अगस्त को एक गुट द्वारा एक किशोर को गोली मारने के बाद दो गुटों के बीच पनपे विवाद के दौरान किए गए उपद्रव के मामले में फरार आरोपितों में से आठ आरोपितों के घरों पर पुलिस ने शुक्रवार को डुगडुगी बजा इश्तेहार चस्पा कर दिया। इनमें से थाना के मनीचक निवासी निर्मल यादव के पुत्र विशाल कुमार व सियाशरण यादव के पुंत्र अखिलेश यादव उर्फ रूखा, कुम्हारटोली निवासी अजय सिंह के पुत्र हनी सिंह उर्फ गोलू, गंगाचक मलकाना निवासी मंटू यादव के पुत्र सोनू कुमार, रहमतगंज निवासी मो0 सुल्तान मल्लिक के पुत्र मो0 ताज, मो0 जुम्मन के पुत्र मो0 अफसर व इलियास आलम के पुत्र आबिद आलम और दहीभता के दिवंगत संतोष कुमार के पुत्र विनीत कुमार उर्फ रितेश शामिल हैं। इस बाबत पुलिस ने बताया कि इश्तेहार चस्पा करने के 30 दिनों के भीतर यदि आरोपित न्यायालय में समर्पण नहीं करते हैं तो उनके घरों की कुर्की जब्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। मालूम हो कि दो गुटों के बीच वर्चस्व को लेकर जारी विवाद में बीते 28 अगस्त को एक गुट ने दूसरे गुट के सरगना पर गोली चलाई थी। लेकिन गोली उक्त सरगना को न लग कुम्हार टोली निवासी सूरज कुमार को लग गई थी। बाद में दोनों गुटों के बीच जमकर रोडेबाजी व फायरिंग हुई थी। मौके पर पहुंची पुलिस पर भी उन्होंने रोडेबाजी की थी। इस दौरान उपद्रवियों ने शहर में जमकर उत्पात मचाया था और अराजकता का माहौल कायम कर दिया था। बाद में पुलिस ने इस मामले में 81 नामजद व 300 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए गठित छापेमारी टीम ने इनमें से 15 आरोपितों को बाद में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था जबकि पुलिस की लाख दबिश के बाबजूद अन्य आरोपित फिलवक्त फरार हैं। इस कारण पुलिस ने उनपर दबाब बनाने के लिए उनके खिलाफ न्यायालय से इश्तेहार निर्गत कराया और आठ फरार आरोपितों के घरों पर उसे चस्पा कर दिया गया। मालुम हो कि दोनों गुटों के मुख्य सरगना के अबतक फरार होने के कारण किसी अनहोनी से बचने के एहतियातन चिंहित जगहों पर अभी भी पुलिस 24 घंटे कैंप कर रही है।