October 28, 2025

पटना जंक्शन का मुख्य पार्किंग 2 नवंबर तक बंद, छठ की भीड़ को लेकर प्रशासन ने लिया फैसला

पटना। बिहार में लोक आस्था का महापर्व छठ नजदीक आते ही पूरे राज्य में चहल-पहल और तैयारी का माहौल बन गया है। राजधानी पटना में तो हर साल की तरह इस बार भी लाखों श्रद्धालुओं और प्रवासी लोगों के लौटने से यातायात व्यवस्था पर भारी दबाव देखने को मिल रहा है। इसी भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा बनाए रखने के उद्देश्य से रेलवे प्रशासन ने पटना जंक्शन की मुख्य पार्किंग को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है। यह व्यवस्था 24 अक्टूबर से लेकर 2 नवंबर तक लागू रहेगी।
छठ पर्व को लेकर बढ़ी भीड़ और यातायात की चुनौती
छठ पूजा बिहार का सबसे बड़ा लोक पर्व है, जिसे मनाने के लिए न केवल राज्य के अलग-अलग जिलों से बल्कि देश के अन्य हिस्सों और विदेशों से भी बड़ी संख्या में प्रवासी लोग अपने घर लौटते हैं। पटना जंक्शन इन यात्रियों का प्रमुख आगमन स्थल होता है, जहां प्रतिदिन हजारों यात्री पहुंचते हैं। ऐसे में स्टेशन परिसर में वाहनों की आवाजाही और पार्किंग की समस्या बढ़ जाती है। भीड़-भाड़ के इस माहौल में यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे प्रशासन ने मुख्य पार्किंग को बंद करने का निर्णय लिया है।
मुख्य पार्किंग 2 नवंबर तक रहेगी बंद
पटना जंक्शन की मुख्य पार्किंग, जो सामान्य दिनों में यात्रियों और स्थानीय नागरिकों के लिए सबसे सुविधाजनक स्थल मानी जाती है, अब 2 नवंबर तक पूरी तरह बंद रहेगी। रेलवे प्रशासन के अनुसार इस अवधि में किसी भी प्रकार के वाहन—चाहे चारपहिया हों या दोपहिया—को मुख्य पार्किंग क्षेत्र में खड़ा करने की अनुमति नहीं होगी। यह कदम छठ पर्व के दौरान आने वाली भीड़ और संभावित अव्यवस्था से बचने के लिए एहतियाती तौर पर उठाया गया है।
यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए वैकल्पिक पार्किंग की व्यवस्था की है। जीपीओ के पास स्थित न्यू पार्किंग स्टैंड को इस दौरान मुख्य पार्किंग का विकल्प बनाया गया है। इस पार्किंग क्षेत्र में लगभग 500 वाहनों के खड़े होने की क्षमता है, जिसमें चारपहिया और दोपहिया दोनों शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, करबिगहिया साइड की पार्किंग सुविधा भी सामान्य रूप से चालू रहेगी ताकि यात्रियों को असुविधा न हो।
रेलवे प्रशासन की अपील और दिशा-निर्देश
रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों और आम जनता से अपील की है कि वे इस दौरान स्टेशन परिसर में अनावश्यक रूप से वाहन खड़ा न करें। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपने वाहनों को निर्धारित वैकल्पिक पार्किंग स्थलों पर ही पार्क करें और स्टेशन परिसर में भीड़ को कम करने में प्रशासन की मदद करें। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि मुख्य पार्किंग क्षेत्र में किसी प्रकार की पार्किंग करने पर कार्रवाई की जा सकती है।
छठ पर्व के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष तैयारी
रेलवे प्रशासन ने छठ पर्व के दौरान यात्रियों की संख्या में संभावित वृद्धि को देखते हुए कई अतिरिक्त इंतजाम किए हैं। प्लेटफार्मों की सफाई और प्रकाश व्यवस्था को बेहतर किया गया है। स्टेशन परिसर में अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती की गई है ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे। इसके अलावा, यात्रियों को दिशा-निर्देश देने और भीड़ प्रबंधन में मदद करने के लिए रेलवे पुलिस और वॉलंटियर्स को भी लगाया गया है।
भीड़ प्रबंधन में पुलिस और प्रशासन की भूमिका
पटना जिला प्रशासन और रेलवे पुलिस दोनों ही स्तर पर सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण की योजनाएं तैयार की गई हैं। छठ के अवसर पर बड़ी संख्या में महिलाएं और परिवार रेलवे स्टेशन से गुजरते हैं, जिन्हें विशेष सुरक्षा और सहायता की आवश्यकता होती है। प्रशासन ने स्टेशन परिसर में महिला पुलिस बल की भी तैनाती की है, ताकि श्रद्धालु महिलाएं बिना किसी असुविधा के यात्रा कर सकें। साथ ही, वाहन चालकों को निर्धारित मार्गों का पालन करने और अनधिकृत स्थानों पर पार्किंग न करने की सख्त हिदायत दी गई है।
यात्रियों की बढ़ती संख्या और सावधानी की आवश्यकता
हर साल की तरह इस बार भी छठ पर्व के दौरान पटना जंक्शन सबसे ज्यादा व्यस्त रहेगा। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और सूरत जैसे शहरों से आने वाली विशेष ट्रेनों से हजारों लोग अपने घर लौटेंगे। ऐसे में स्टेशन परिसर और उसके आसपास भीड़ का दबाव बढ़ना तय है। इस भीड़ में किसी प्रकार की अव्यवस्था या दुर्घटना से बचने के लिए मुख्य पार्किंग को बंद करना एक समझदारी भरा कदम माना जा रहा है। छठ पर्व आस्था और अनुशासन का प्रतीक माना जाता है, और इसी भावना को बनाए रखने के लिए पटना रेलवे प्रशासन ने यह फैसला लिया है। मुख्य पार्किंग को अस्थायी रूप से बंद करने से जहां स्टेशन परिसर में यातायात सुचारू रहेगा, वहीं श्रद्धालुओं और यात्रियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकेगी। यह कदम दर्शाता है कि प्रशासन इस पर्व को शांति और सुव्यवस्था के साथ संपन्न कराने के लिए पूरी तरह तत्पर है। यात्रियों को भी इस अवधि में प्रशासन का सहयोग करते हुए नियमों का पालन करना चाहिए ताकि छठ पर्व की पवित्रता और अनुशासन का संदेश बना रहे।

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