पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी बोली, सरकार ने रैली को कुचलने के लिए कराया लाठीचार्ज

- लाठीचार्ज की जांच करने पहुंची बीजेपी टीम के संयोजक रघुवर दास बोले- सब पहले से तय था, जनता हिसाब करेगी
पटना। 13 जुलाई को बीजेपी नेताओं पर हुए लाठीचार्ज की जांच करने पहुंची टीम ने इसे राज्य प्रायोजित हिंसा करार दिया है। टीम के संयोजक रघुवर दास ने कहा कि बिहार की सरकार ने रैली को कुचलने का काम किया है। पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस में रघुवर दास ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने लाठीचार्ज को गंभीरता से लिया है। हमने मौके पर जाकर लोगों से बात की है। हमारे एक हजार कार्यकर्ताओं को चोट लगी। इनमें से 300 को गंभीर चोटें आई है। जांच टीम को जितनी जानकारी मिली, उसके आधार पर हम कह सकते हैं कि ये राज्य प्रायोजित हिंसा है। सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने क्रूरता पूर्वक लाठी चार्ज करवाया। हम मामले की न्यायिक जांच की मांग करते हैं। बीजेपी के नेता जनहित के मुद्दे पर शांति मार्च निकाल रहे थे। सरकार ने सोची-समझी साजिश के तहत मारपीट की। ये बहुत गलत है। सरकार का व्यवहार बहुत खराब है। आंसू गैस में मिर्चा पाउडर देकर छिड़का गया। रघुवर दास ने कहा कि पुलिस ने बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ एक अपराधी जैसा व्यवहार किया। घायल होने वाले को कमर के ऊपर चोट आई है। सरकार मामले की न्यायिक जांच करे। हमारे एक कार्यकर्ता की शहादत हुई है। बंगाल और केरल में हमारे कार्यकर्ता नहीं डरते तो बिहार में कैसे डरेंगे।
मनोज तिवारी बोले, बिहार में इमरजेंसी वाले हालात
मनोज तिवारी ने कहा कि इस घटना को देखकर ऐसा लगता है कि जेपी आंदोलन के समय जो इमरजेंसी लगी थी वैसा ही नजारा है। अगर हम ठीक से देखते है तो यह स्पष्ट होता है कि सरकार की प्री प्लांड तैयारी थी। बीजेपी नेताओं को मरना है। हत्या करनी है। राजनीतिक आंदोलन को डील करने का अपना तरीका है। पुलिस मैनुअल अलग है। मैनुअल के मुताबिक लाठी चार्ज में कमर से नीचे करना होता है, लेकिन यहां सिर पर मारा गया। बैरिकेडिंग तोड़ने पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन यहां पहले लाठीचार्ज किया गया, उसके बाद पानी छोड़ा गया। यह सब प्री प्लांड था। मनोज तिवारी ने कहा कि रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौपैंगे। बीजेपी सांसद के मुताबिक बीजेपी नेताओं को अस्पताल तक पीटा गया। यहां की पुलिस जांच से पहले ही फाइनल रिपोर्ट देती है। ह्यूमन राइट कमीशन में मामला ले जाएंगे। सब पहले से प्रायोजित था फिर उस सरकार के पास क्या जाना? हम जनता के पास जाएंगे। इस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। जांच टीम में शामिल बीजेपी सांसद विष्णु दयाल राम पटना के एसएसपी भी रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन रोकने के लिए कम से कम बल का प्रयोग करना होता है। जब हमने अपने कार्यकर्ता से बात की तो कहीं से नहीं लगता है कि कम से कम बल का प्रयोग किया गया। यहां तो एक व्यक्ति के पीछे 20-20 पुलिस लगाई गई थी।
बीजेपी ने दिया धरना
भारतीय जनता पार्टी आज बिहार सरकार के खिलाफ धरना दिया। गुरुवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में धरना दिया गया। पार्टी अपने नेता विजय सिंह की मौत के लिए पुलिस और सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है। पटना में प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा, सांसद रविशंकर सिंह, पूर्व मंत्री समेत कई बड़े नेता धरने में शामिल हुए। बीजेपी ने लाठीचार्ज को बर्बरता बताया है। हमारी पार्टी तेजस्वी यादव का इस्तीफा मांग रही थी। इस चुनौती को हम स्वीकर करते हैं, नीतीश कुमार की सरकार को हम लोग उखाड़ फेकेंगे। इधर कार्यकर्ता की मौत की जांच के लिए बनाई गए बीजेपी जांच टीम पटना में है। टीम ने आईजीएमएस में भर्ती सांसद जर्नादन सिग्रीवाल से मुलाकात की है।
जनता माफ नहीं करेगी, सरकार को कुर्सी से बेदखल कर देगी : नेता प्रतिपक्ष
धरने पर बैठे नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने राजद सुप्रीमो और सीएम नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बड़ा भाई और छोटा भाई सांसद को पिटवा रहें हैं। इसे जनता माफ नहीं करेगी। जनता कुर्सी से बेदखल कर देगी। सरकार लाठी के जोर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ उठ रही आवाज को दबाना चाहती है। सदन के अंदर मार्शल के जरिए तो सड़क पर लाठी और पानी की बौछार करवा कर, लेकिन जनता चुप नहीं बैठेगी।
डाकबंगला से गांधी मैदान तक का मुआयना
इस टीम में रघुवर दास, मनोज तिवारी, सुनीता दुग्गल, विष्णु दयाल राम शामिल हैं। टीम सबसे पहले स्टेट गेस्ट हाउस से निकल कर पटना के डाकबंगला चौराहे पर जांच के लिए पहुंची। यहां लोगों से बातचीत कर निरीक्षण किया गया। आस पास के दुकान वालों से भी पूछताछ की। सभी मामलों को टीम ने कागज पर नोट भी किया। डाकबंगला चौराहे से यह टीम पैदल गांधी मैदान की तरफ बढ़ी। गांधी मैदान से सीध यह टीम पटना के पीएमसीएच पहुंची। पीएमसीएच में घायलों से मुलाकात की।
सांसद पर बरसाईं गईं थी लाठियां
शिक्षक अभ्यर्थियों के पक्ष और 10 लाख नौकरी की मांग को लेकर बीजेपी की तरफ से 13 जुलाई को विधानसभा मार्च का कार्यक्रम रखा गया था। गांधी मैदान से इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई। लेकिन डाकबंगला के पास मार्च को रोक दिया गया और आगे बढ़ने की कोशिश करने वालों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस दौरान महाराजगंज से बीजेपी सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल पर पुलिस ने लाठियां बरसाईं। शुक्रवार को बीजेपी ने काला दिवस मनाया। सदन के बाहर काली पट्टियों के साथ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। वहीं राज्यपाल से सम्राट चौधरी के नेतृत्व में पार्टी के नेताओं ने मुलाकात की थी।
