लालू ने आतंकवाद को बताया नासूर, शेयर किया पुराना वीडियो, लिखा- सेना जल्द इनका इलाज करें

पटना। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में भारतीय जवानों की शहादत ने देशवासियों के मन में आक्रोश भर दिया है। इस घटना के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए सिंधु जल समझौता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा पर भी रोक लगा दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मधुबनी की जनसभा में इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि आतंकवादियों को ऐसी सजा दी जाएगी जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने भी आतंकवाद के खिलाफ अपना कड़ा रुख दिखाया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर संसद में दिए गए अपने एक पुराने भाषण का वीडियो साझा किया है, जिसमें वे आतंकवाद को देश के लिए “नासूर” करार देते हैं। वीडियो में लालू प्रसाद स्पष्ट कहते नजर आ रहे हैं कि आतंकवाद का इलाज जल्द से जल्द होना चाहिए और इसके लिए सरकार को सेना को पूरी छूट देनी चाहिए। लालू प्रसाद ने अपने संबोधन में यह भी याद दिलाया कि जब कारगिल युद्ध हुआ था और बिहार रेजीमेंट के कई जवान शहीद हुए थे, तब उन्होंने उन जवानों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा था कि वे झुकें नहीं और डटे रहें। उन्होंने यह भी दावा किया कि जब देश में उनके गठबंधन की सरकार थी, तब किसी आतंकवादी की हिम्मत नहीं थी कि वह भारत की तरफ आंख उठाकर देख सके। अपने पुराने वीडियो के माध्यम से लालू यादव ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर काम करना चाहिए। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इस समय किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए और आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार को निर्णायक कदम उठाने चाहिए। लालू प्रसाद यादव की यह पहल यह दर्शाती है कि वे राष्ट्रहित में किसी भी राजनीतिक मतभेद से ऊपर उठकर सोच सकते हैं। आतंकवाद के विरुद्ध उनका यह रुख देशवासियों के मनोबल को भी मजबूत करता है और यह उम्मीद भी जगाता है कि सभी राजनीतिक दल मिलकर देश की सुरक्षा के लिए एक साझा रणनीति अपनाएंगे।
