ज्वेलरी कनेक्ट के आयोजक कारीगरों के स्किल को आगे बढ़ायें : रविशंकर प्रसाद

पटना। भारत ज्वेलरी के क्षेत्र में बहुत आगे बढ़ने की संभावना रखता है। भारत के एक्स्पोर्ट में जेम्स एवं ज्वेलरी सबसे अधिक है। हीरा के क्षेत्र में सूरत और मुंबई के व्यापरियों ने हीरों के कटिंग और पालिशिंग में बड़ा काम किया है। आज अब एक गरीब आदमी भी अपनी बेटी की विदायी करता है तो सोने का आभूषण जरूर देता है। आज नये जमाने के साथ यह और भी विस्तरित हो रहा है। हम ज्वेलरी कनेक्ट के अयोजक के आग्रह करते हैं कि वे ज्वेलरी के कारीगरों के स्किल को और आगे बढ़ाएं, क्योंकि दुनिया में भारत के ज्वेलरी के कारीगरों की बहुत जरूरत है। उक्त बातें सांसद रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को ज्ञान भवन में इन्फार्मा मार्केट द्वारा आयोजित ज्वेलरी कनेक्ट के दूसरे दिन के कार्यक्रम के उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में कही।
सभापति बोले, वोकल फॉर लोकल को आगे बढ़ाने की जरूरत
इस अवसर पर बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि आज जिस प्रकार से सोने का भाव बढ़ रहा है, उसी प्रकार से टेक्नोलॉजी भी साथ-साथ आगे बढ़ रही है। स्थानीय बाजार में तैयार होने वाली चीजों को बढ़ावा मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि वोकल फॉर लोकल को आगे बढ़ाने की जरूरत है। ज्वेलरी का हब बनाने के लिए सरकार की ओर से योगदान करना होगा। इसके लिए जगह और उचित माहौल मिले तो यहां के कारीगर में इतनी क्षमता है कि वे पूरे विश्व में छा सकते हैं।
सासंद ने कारीगरों को प्रमोट करने पर दिया बल
इस अवसर पर सांसद रामकृपाल यादव ने बिहार के बारे में लोगों की नकारात्मक सोच रही है, उसे सकारात्मक रूप से लाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार विशेष रूप से पटना की क्षमता को निखारने की आयोजक ने एक सकारात्मक पहल की है। उन्होंने कहा कि बिहार के कारीगरों का प्रमोशन जितना मिलना चाहिए नहीं मिला, बल्कि उनका शोषण होता रहा है। उन्होंने कारीगरों को प्रमोट करने पर बल दिया। कार्यक्रम को योगेश मुद्रास, मैनेजिंग डायरेक्टर, इन्फोर्मा मार्केट्स इन इंडिया ने भी संबोधित किया।

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