कुशवाहा की कार्यकर्ताओं की बैठक पर बीजेपी ने कसा तंज़, कहा- जीवन में कभी भी मजबूत नहीं होगी जदयू
पटना। जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा इन दिनों पार्टी से नाराज चल रहे हैं। पार्टी में वो बगावत के रूप में नजर आ रहे हैं। वहीं, अब उन्होंने 19 और 20 फरवरी को पटना के सिन्हा लाइब्रेरी में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है। बैठक का उद्देश्य पार्टी को मजबूत करना बताया जा रहा है। उपेंद्र कुशवाहा की बैठक पर बीजेपी के विधान पार्षद नवल किशोर यादव ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि अब जदयू पार्टी कभी भी मजबूत नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि जदयू की जो स्थिति हो गई है उसमें कोई कुछ भी प्रयास कर ले पार्टी मजबूत नहीं हो सकती है। नवल किशोर यादव ने उपेंद्र कुशवाहा का समर्थन करते हुए कहा कि रालोसपा का जब मर्जर जदयू में हुआ था, उसी दिन लग गया था कि उपेंद्र कुशवाहा को ठगा जा रहा है। उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी में शामिल ना होने का बयान दिया था। उस पर नवल किशोर यादव ने कहा जब नीतीश कुमार के लिए ही बीजेपी का दरवाजा बंद हो गया है तो दूसरे नेताओं के बारे में क्या ही कहा जाए। नवल किशोर यादव ने दावा किया कि 2024 में 35 सीटों पर बीजेपी ही जीतेगी।
वहीं, हाल में ही संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने केके पाठक को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा था कि ये लोग जिस राज्य का खाते हैं, उसी की बुराई करते हैं। ये खाते तो बिहार का है मगर गुणगान चेन्नई की करते हैं। दरअसल उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘ऐसे ही अधिकारी बिहार को चला रहे हैं। जब एडीएम स्तर के अधिकारियों के बारे में बोलते हुए 36 सेकेंड में आठ बार गाली बोलते हैं, तब हमारे कार्यकर्ताओं की कितनी इज्जत करते होंगे, समझा जा सकता है। खाते हैं बिहार का और गाते हैं चेन्नई का। तमाम बिहार वासियों का अपमान है।