October 28, 2025

पटना में जदयू महासचिव को पुलिस ने किया गिरफ्तार, ठगी का मामला, जॉब के नाम पर 10 लाख ठगने का आरोप

पटना। राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रदेश महासचिव डॉ. धर्मेंद्र कुमार चंद्रवंशी को पुलिस ने ठगी के गंभीर मामले में गिरफ्तार किया है। उन पर दरभंगा जिले के एक युवक से नौकरी दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपए ठगने का आरोप लगा है। यह गिरफ्तारी बुधवार की देर रात पटना के जक्कनपुर थाना क्षेत्र से हुई। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता नितेश कुमार, जो दरभंगा के सकतपुर निवासी हैं, ने जक्कनपुर थाना में आवेदन देकर आरोप लगाया कि डॉ. धर्मेंद्र ने सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे कई किश्तों में करीब 10 लाख रुपए वसूले। मामला वर्ष 2019 से 2020 के बीच का बताया जा रहा है। नितेश कुमार के अनुसार, उनके बहनोई श्रवण कुमार डॉ. धर्मेंद्र की क्लिनिक में टेक्नीशियन के रूप में काम करते हैं। नितेश अक्सर क्लिनिक पर आते-जाते थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात डॉ. धर्मेंद्र से हुई। नितेश ने बताया कि एक दिन बातचीत के दौरान धर्मेंद्र ने उनसे पूछा कि वे क्या करते हैं। जब उन्होंने बताया कि वे बेरोजगार हैं, तो धर्मेंद्र ने कहा कि वे उन्हें एक सरकारी नौकरी लगवा सकते हैं, लेकिन इसके लिए कुछ पैसे खर्च करने होंगे। नितेश ने बताया कि नौकरी की लालच में उन्होंने डॉक्टर की बातों पर भरोसा कर लिया और 2019 से 2020 तक कई बार किश्तों में पैसे दिए। आरोप है कि कुल राशि लगभग 10 लाख रुपए तक पहुंच गई। हर बार जब उन्होंने नौकरी के बारे में पूछा, तो धर्मेंद्र कहते रहे कि “बस दो से तीन महीने में काम हो जाएगा।” काफी इंतजार के बाद भी जब नौकरी नहीं मिली, तो नितेश ने अपने पैसे वापस मांगे। लेकिन डॉ. धर्मेंद्र ने पैसे लौटाने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद नितेश ने थाने में लिखित शिकायत दी, जिसके आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की और बुधवार रात जक्कनपुर क्षेत्र से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। जक्कनपुर थाना प्रभारी ने बताया कि जदयू नेता डॉ. धर्मेंद्र कुमार चंद्रवंशी को प्राथमिक साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। शिकायतकर्ता से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि आरोपी ने किस विभाग या पद पर नौकरी दिलाने का वादा किया था। पुलिस इस मामले में लेन-देन के सबूतों और बैंक ट्रांजैक्शन की भी जांच कर रही है। यह पहला मौका नहीं है जब डॉ. धर्मेंद्र कुमार चंद्रवंशी का नाम किसी विवाद में आया हो। वर्ष 2023 में भी वे जमीन से संबंधित फर्जी दस्तावेज तैयार करने के एक मामले में चर्चाओं में आए थे। हालांकि, उस वक्त उन्होंने अग्रिम जमानत हासिल कर ली थी और गिरफ्तारी से बच गए थे। जदयू के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पार्टी इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं करेगी। “अगर किसी नेता ने व्यक्तिगत रूप से गलत काम किया है, तो उसे कानून के अनुसार सजा मिलनी चाहिए,” पार्टी सूत्रों के अनुसार, मामले की गंभीरता को देखते हुए संगठन जल्द ही डॉ. धर्मेंद्र के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई पर विचार कर सकता है। फिलहाल आरोपी को थाने में पूछताछ के लिए रखा गया है और उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धोखाधड़ी (धारा 420) तथा अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या इस तरह की ठगी का शिकार अन्य लोग भी हुए हैं। जदयू के प्रदेश महासचिव डॉ. धर्मेंद्र कुमार चंद्रवंशी की गिरफ्तारी ने राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। एक तरफ जहां पार्टी की छवि पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इस घटना ने नौकरी दिलाने के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़े के नेटवर्क पर भी पुलिस की निगाहें तेज कर दी हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और आने वाले दिनों में कई और खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।

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