October 28, 2025

दिवाली और छठ के पहले आईआरसीटीसी की वेबसाइट और ऐप ठप, टिकट बुकिंग में परेशानी, यात्री परेशान

नई दिल्ली। दिवाली और छठ जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों के समय जब लाखों लोग अपने घरों की ओर लौटने की तैयारी में रहते हैं, तभी रेलवे की ऑनलाइन टिकट सेवा ठप पड़ जाना यात्रियों के लिए किसी झटके से कम नहीं है। भारतीय रेलवे की ऑनलाइन टिकट बुकिंग सेवा आईआरसीटीसी की वेबसाइट और मोबाइल ऐप शुक्रवार सुबह से ही काम करना बंद कर चुकी है, जिससे पूरे देश में यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
तकनीकी खराबी से ठप हुई बुकिंग सेवा
सुबह से ही यात्रियों ने शिकायत की कि वे आईआरसीटीसी की वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर लॉगिन नहीं कर पा रहे हैं। कई बार प्रयास करने के बावजूद टिकट बुक नहीं हो रहे हैं। वेबसाइट पर खुलते ही एक संदेश दिखाई देता है जिसमें लिखा है कि “अगले एक घंटे तक बुकिंग और कैंसिलेशन की सुविधा उपलब्ध नहीं है, असुविधा के लिए खेद है।” हालांकि, यह संदेश कई घंटों से दिखाई दे रहा है, जिससे यह स्पष्ट है कि समस्या अपेक्षा से अधिक गंभीर है। आईआरसीटीसी की ओर से अभी तक इस तकनीकी दिक्कत का कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया गया है। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि त्योहारों के मौसम में सर्वर पर अत्यधिक दबाव बढ़ जाने से यह दिक्कत उत्पन्न हुई है। दिवाली और छठ के मौके पर लाखों लोग ट्रेन टिकट बुक करते हैं, जिससे सिस्टम की लोड क्षमता पर असर पड़ता है और वेबसाइट या ऐप ठप हो जाते हैं।
त्योहारों में यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें
दिवाली और छठ के अवसर पर बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और पूर्वी भारत के अन्य हिस्सों में घर जाने वालों की संख्या बहुत अधिक होती है। ऐसे में टिकट बुकिंग के लिए लोग सुबह-सुबह से ही वेबसाइट पर लॉगिन करते हैं। लेकिन अचानक वेबसाइट के डाउन होने से लाखों लोगों की योजना पर पानी फिर गया है। कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपनी परेशानी साझा की है। ट्विटर और फेसबुक पर लोग लगातार लिख रहे हैं कि उन्हें टिकट बुक करने में दिक्कत आ रही है। कुछ यात्रियों ने तो यह भी बताया कि वे लॉगिन तक नहीं कर पा रहे हैं। कुछ लोगों ने कहा कि पेमेंट करने के बाद वेबसाइट हैंग हो गई और उनका पैसा कट गया, लेकिन टिकट कंफर्म नहीं हुआ।
यात्रियों में चिंता और निराशा का माहौल
इस तकनीकी खराबी के कारण यात्रियों में निराशा और गुस्सा दोनों ही देखने को मिल रहा है। खासतौर पर वे लोग जो त्योहार के लिए घर जाने की योजना बना चुके थे, अब असमंजस में हैं कि वे समय पर घर पहुंच पाएंगे या नहीं। कई लोगों का कहना है कि उन्होंने पहले ही ट्रेनों में वेटिंग टिकट बुक किया था, लेकिन अब कन्फर्म टिकट लेने की कोशिश भी असफल हो रही है। यात्रियों का कहना है कि यह समस्या हर साल त्योहारों के दौरान सामने आती है, फिर भी रेलवे प्रशासन इसकी कोई स्थायी व्यवस्था नहीं करता। उनका कहना है कि रेलवे को सर्वर क्षमता बढ़ाने और बैकअप सिस्टम तैयार करने की जरूरत है ताकि त्योहारों के समय लोगों को परेशानी न हो।
आईआरसीटीसी की चुप्पी बनी सवाल
अब तक आईआरसीटीसी की ओर से न तो किसी तकनीकी खराबी के कारण का खुलासा किया गया है और न ही समाधान की कोई निश्चित समयसीमा बताई गई है। यात्रियों का कहना है कि जब लाखों लोग एक साथ बुकिंग करते हैं, तो ऐसे में सिस्टम क्रैश होना आम बात हो गई है। परंतु यह भी सवाल उठता है कि इतने वर्षों के अनुभव के बावजूद रेलवे ने इस समस्या से निपटने के लिए कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर सामान्य दिनों में लगभग 15 से 20 लाख टिकट प्रतिदिन बुक होते हैं, जबकि त्योहारों के मौसम में यह संख्या 35 से 40 लाख तक पहुंच जाती है। इस भारी दबाव के कारण सर्वर लोड नहीं झेल पाता और साइट ठप पड़ जाती है।
यात्रियों को दी गई सलाह
हालांकि, यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि वे धैर्य बनाए रखें और कुछ समय बाद वेबसाइट या ऐप की स्थिति जांचते रहें। साथ ही, जिन लोगों की यात्रा तिथि नजदीक है, वे ऑफलाइन टिकट काउंटर से टिकट लेने का प्रयास कर सकते हैं। रेलवे के टिकट काउंटरों पर भी अब लंबी कतारें लगनी शुरू हो गई हैं, क्योंकि ऑनलाइन बुकिंग ठप होने के कारण यात्री अब सीधे स्टेशन पहुंच रहे हैं।
समाधान की उम्मीद
आईआरसीटीसी के तकनीकी दल ने समस्या के समाधान के लिए काम शुरू कर दिया है और संभावना है कि जल्द ही वेबसाइट और ऐप की सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी। लेकिन जब तक यह सेवा पूरी तरह से बहाल नहीं हो जाती, यात्रियों को भारी असुविधा झेलनी पड़ेगी। त्योहारों के समय जब लोग अपने घरों की ओर लौटने की तैयारी में रहते हैं, तब आईआरसीटीसी की वेबसाइट और ऐप का ठप हो जाना केवल तकनीकी गलती नहीं, बल्कि एक बड़ी प्रशासनिक चूक भी है। यह समस्या इस बात की ओर इशारा करती है कि भारतीय रेलवे को अपनी डिजिटल प्रणाली को और अधिक मजबूत, तेज़ और भरोसेमंद बनाने की आवश्यकता है। हर साल त्योहारों के समय यात्रियों को इस तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए रेलवे को अग्रिम योजना बनाकर सर्वर क्षमता बढ़ानी चाहिए और आपातकालीन तकनीकी सहायता टीम को हमेशा सक्रिय रखना चाहिए। तभी यात्री बिना किसी परेशानी के अपने घरों की ओर यात्रा कर सकेंगे और त्योहार की खुशियां सही मायने में मना पाएंगे।

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