पटना में 20 हजार कोचिंग संस्थानों की जांच शुरू, संचालकों में हड़कंप, होगी बड़ी कार्रवाई

पटना। दिल्ली के एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्र-छात्राओं की मौत के बाद बिहार प्रशासन सतर्क हो गया है। पटना जिले में संचालित छोटे-बड़े 20 हजार कोचिंग संस्थानों की जांच के आदेश दिए गए हैं। सोमवार को डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने अनुमंडल पदाधिकारियों के नेतृत्व में छह टीमें गठित कीं, जो मंगलवार से जांच शुरू कर चुकी हैं। इस आदेश से कोचिंग संचालकों में हड़कंप मच गया है। डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि दिल्ली की घटना के बाद पटना में भी सतर्कता बरतना आवश्यक है। छह टीमें बनाई गई हैं, जिनका नेतृत्व संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी करेंगे। टीम में संबंधित नगर परिषद या नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी, प्रखंड या अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी, थाना प्रभारी, अग्निशमन पदाधिकारी, और अंचलाधिकारी शामिल हैं। इन टीमों को दो सप्ताह में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। जांच में अगर कोचिंग संस्थान मानकों के अनुरूप नहीं पाए जाते हैं, तो उन्हें बंद कर दिया जाएगा। दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित एक आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बीते शनिवार को अचानक पानी भरने से दो छात्रों समेत तीन बच्चों की मौत हो गई थी। कोचिंग संस्थान ने बेसमेंट में लाइब्रेरी बना रखी थी। बताया जा रहा है कि बायोमेट्रिक गेट लाइट जाने की वजह से लॉक हो गया और भारी बारिश से जमा हुए पानी का प्रेशर इतना था कि गेट टूट गया और लाइब्रेरी में 10 से 12 फीट तक पानी भर गया। अन्य छात्र-छात्राओं को रस्सी की मदद से बाहर निकाला गया। इस घटना के बाद, पटना प्रशासन ने भी कोचिंग संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था की जांच शुरू कर दी है। इससे कोचिंग संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है। दो सप्ताह में रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह कदम छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उठाया गया है।
