सीएम नीतीश ने बख्तियारपुर से जाति जनगणना के दूसरे चरण का किया शुभारंभ, केजरीवाल को लेकर केंद्र सरकार पर किया हमला

बख्तियारपुर/पटना। बिहार में शनिवार से जाति जनगणना के दूसरे चरण की शुरुआत हो गई। बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को अपने पैतृक गांव बख्तियारपुर पहुंचकर जातीय जनगणना के दूसरे चरण के आधिकारिक शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने बिहार के लिए जाति जनगणना के महत्व को समझाया। नीतीश कुमार ने जाति आधारित गणना की शुरुआत अपने पैतृक आवास बख्तियारपुर से की। उन्होंने अपने और परिवार से जुड़े 17 सवालों के जवाब दिए। मुख्यमंत्री के बख्तियारपुर पहुंचते ही ‘विकास पुरूष जिंदाबाद’ और ‘देश का नेता कैसा हो-नीतीश कुमार जैसा हो’ के नारे लगने लगे। जिसके बाद नीतीश कुमार ने हाथ जोड़कर कहा कि प्रधानमंत्री वाले नारे मत लगाइए। हम विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं। प्रधानमंत्री बनने की कोई मंशा नहीं है। मीडिया कर्मियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के हर पायदान के विकास के लिए जातीय जनगणना का काम बेहद जरूरी है। आप लोग देख रहे हैं ना कि हम शुरू से ही इन सब चीजों के लिए कितने सजग और जागरूक रहे हैं। बता दें कि इस दौरान मुख्यमंत्री ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जब हम उनके साथ थे तभी हमारा प्रयास था कि पूरे देश में एक बार जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए जिससे सब चीजों की ठीक से जानकारी हो जाएगी और विकास का काम और तेजी से किया जा सकेगा। हम लोगों ने इसके लिए बिहार के सभी बड़े दलों के नेताओं के साथ प्रधानमंत्री से मुलाकात भी की लेकिन केंद्र के मना करने के बाद हमने यह निर्णय लिया कर हमराज स्तर पर अपने खर्च से जाति जनगणना का काम करवाएंगे। इसके लिए हमने जिन राज्यों में जातीय जनगणना हो चुकी है वहां की रिपोर्ट मंगा कर अध्ययन करवाया और कैबिनेट मीटिंग में इस बात के प्रस्ताव को पास कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के सभी बड़े दलों की यह राय है कि बिहार में जाति जनगणना होनी चाहिए जिसका शुभारंभ आज हमने कर दिया है। इस दूसरे चरण में लोगों के घरों पर जा जाकर जाति सहित आर्थिक जनगणना का कार्य भी किया जाएगा। सीएम ने कहा कि बख्तियारपुर जहां मेरा घर है वहीं हम जा रहे हैं। हम भी वहीं मौजूद रहेंगे और हमारे भाई वगैरह सब वहां मौजूद हैं। मेरा लड़का जो है वह भी घर पर हैं, इसलिए हम वहीं जा रहे हैं। सीएम ने कहा कि तेजी से काम हो जाएगा तो बढ़िया होगा। कई राज्यों के लोग भी आकर देखना चाहते हैं कि बिहार में जातिय जनगणना कैसे हो रहा है।
पटना जिले में 13.8 लाख परिवारों की होगी जाति आधारित गणना
15 अप्रैल से जाति आधारित गणना के दूसरे चरण का समापन 15 मई को होना है। बिहार सरकार ने 215 जातियों की गणना का फैसला लिया है। इसमें पटना जिले की बात करें तो 13.8 लाख परिवारों की जाति गणना की तैयारी की गई है। इस काम के लिए 14880 जनगणना कर्मी और पर्यवेक्षकों की ड्यूटी लगी है। इसके लिए ट्रेनिंग पहले ही दी जा चुकी है। पहले चरण की गणना में मकानों को यूनिक नंबर दिया गया और अब दूसरे चरण में 17 तरह की जानकारियां जुटाई जानी है। सभी जिलाधिकारियों को इसके लिए नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। बड़ी संख्या में इस शिक्षकों को इस काम में लगाया गया है। दूसरी तरफ नई शिक्षक नियमावली को लेकर शिक्षकों के बड़े वर्ग में गुस्सा है।
केजरीवाल पर केंद्र की कार्रवाई गलत, समय आने पर इन सब चीजों का जवाब मिलेगा : सीएम नीतीश
बता दें कि बख्तियारपुर में जातीय जनगणना का शुभारंभ करने से पहले मुख्यमंत्री आज पटना के मेदांता हॉस्पिटल के एक कार्यक्रम में सम्मिलित होने पहुंचे थे। वहां उन्होंने कहा कि सब गलत चीजें हैं और आने वाले समय में इसका जवाब मिल जाएगा। केजरीवाल को सीबीआई की तरफ से नोटिस भेजने के सवाल पर नीतीश ने कहा कि सब लोग अच्छी तरह से जान रहे हैं कि लोगों के खिलाफ आजकल क्या-क्या काम हो रहा है। सभी लोग अपने अपने इलाके के विकास के लिए कितना काम कर रहे हैं। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने जो काम किए उसके कारण उनकी काफी इज्जत है। बाकी क्या हो रहा है, उसका जवाब तो समय पर मिल जाएगा। सभी लोग एकजुट हो रहे हैं, सभी के एकजुट होने के बाद बहुत ही अच्छे ढंग से काम होगा। यह तो अलग बात है। लेकिन यहां बात यह है कि सब लोग (विपक्षी) एकजुट हो रहे हैं। एकजुट होने की संभावना है। बहुत अच्छे ढंग से काम होगा। देश को आगे बढ़ाने का काम होगा।
