इमरान बुखारी ने एनआरसी व कैब मुद्दे पर जदयू से दिया इस्तीफा, आक्रोश मार्च
फुलवारी शरीफ। शुक्रवार को जदयू के एनआरसी व कैब मुद्दे पर भाजपा सरकार के निर्णय का समर्थन करने के विरोध में राष्ट्रीय मुस्लिम परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जदयू के वरिष्ठ नेता इमरान बुखारी ने अपने समर्थकों के साथ जनता दल यूनाईटेड से इस्तीफा दे दिया। सबजपुरा के जोहा हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इमरान बुखारी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा और संघ के बीच रहकर अपने सेक्यूलरिज्म का झूठा चेहरा उजागर कर दिया है। सीएम नीतीश कुमार के छवि एक सेक्यूलरिज्म नेता के रूप में था लेकिन एनआरसी व कैब मुद्दे पर भाजपा सरकार का समर्थन करने का निर्णय मुस्लिम विरोधी काम किया है, इसका उम्मीद मुसलमानों को नही था। उन्होंने बताया कि उनके साथ जदयू से इस्तीफा देने वालों में जौहर आजाद- प्रदेश महासचिव जदयू, शहीद खां- गया जिला अध्यक्ष, काजी जावेद अख्तर- प्रखंड अध्यक्ष, वैशाली, मो. फैज, अब्दुल कादिर, मो. शाहिद, मुर्शिद खान- बेगूसराय, अब्दुल मल्लिक सहित अन्य लोग शामिल हैं।

फुलवारी में एनआरसी के खिलाफ आक्रोश मार्च
फुलवारी शरीफ। शुक्रवार को फुलवारी शरीफ की जनता की ओर से नागरिक संशोधन बिल के खिलाफ आक्रोश मार्च निकाला गया। मार्च का नेतृत्व मो. सल्लहाउद्दीनकर रहे थे। यह मार्च नया टोला से निकलकर शहीद भगत सिंह चौक, टमटम पड़ाव होकर वापस नयाटोला में एक सभा में परिवर्तित हो गया। सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि यह विधेयक असंवैधानिक है। संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। जिन आदर्शों को लेकर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने संविधान की रचना की थी। यह उसके भी खिलाफ है। आने वाले विधानसभा चुनाव 2020 में नीतीश कुमार को जनता सबक सिखाएगी। इस मौके पर सलाउद्दीन मंसूरी के साथ हाजी मेराज खालिद नूर, खालिद, सलाउद्दीन मंसूरी, अशोक कुमार, सुनील यादव, अशोक चौधरी ,अरमान मलिक, इम्तेयाज, इमरान बोखारी, कौसर खान समेत सैंकड़ों की संख्या में अन्य लोग मोजूद थे।
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